हरियाणा सीएम मनोहर लाल सदन में भावुक हो गए। दरअसल महिला दिवस के मौके पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ट्रैक्टर पर बैठाकर महिला विधायकों द्वारा रस्से से खींचने को लेकर रुंधे गले और आंसू पोंछते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, महिला दिवस पर महिला विधायकों के साथ बंधुवा मजदूरों जैसा व्यवहार हुआ। इस दृश्य ने इतना दर्द हुआ कि वह सारी रात सो नहीं पाए। हालांकि इसके कुछ देर बाद पलटवार कर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि, किसान आंदोलन में दिल्ली बार्डर पर अपने बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे बैठी महिलाओं को देखकर आपका दिल क्यों नहीं पसीजता?कांग्रेसी विधायक किरण चौधरी भी हुड्डा के सुर में सुर मिलाते हुए रण में कूदीं और सीएम पर सवाल दागा कि प्रदेश में बढ़ते महिलाओं पर अपराध पर लगाम क्यों नहीं लगाते? किरण चौधरी और गीता भुक्कल भी हुड्डा के समर्थन में खड़ी हो गई और महिलाओं पर बढ़ते अपराध को लेकर सरकार और सीएम पर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर केंद्र और प्रदेश सरकार महिलाओं को सम्मान के लिए इतनी योजनाएं ला रही हैं। दूसरी ओर कांग्रेस विधायकों के साथ ऐसा सलूक करती है। विधायक गीता भुक्कल और शकुंतला खटक को रस्से से ट्रैक्टर खिंचवा रहे हैं और वो भी महिला दिवस के मौके पर। हमारी सरकार ने इस दिन पूरा सदन ही महिलाओं को सौंप दिया। सीएम ने कहा कि होना तो ये चाहिए कि महिला दिवस पर महिला विधायकों को ट्रैक्टर पर बैठाते और खुद इसे खींचते तो इसका मैसेज ज्यादा अच्छा जाता। विरोध प्रदर्शन करना सभी का हक है, लेकिन इसमें मर्यादा जरूरी है।