कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियां ग्रुप बनाकर कर रही थी वैसा काम पर जब पुलिस पकड़ी तो?
लखनऊ: कॉलेज छात्र-छात्राओं द्वारा चलाया जा रहा सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
माता-पिता का सपना और बच्चों की हकीकत
हर माता-पिता का सपना होता है कि उनके बच्चे एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ें। वे अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए अनजान शहर भेजते हैं और उनके भविष्य को संवारने के लिए हर संभव खर्च उठाते हैं। लेकिन जब बच्चे इन सपनों से भटक जाते हैं, तो न केवल उनका भविष्य बर्बाद होता है, बल्कि परिवार की उम्मीदें भी टूट जाती हैं।
गोमती नगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर थाना क्षेत्र में 9 जून की रात एक बड़ी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। खबरी से मिली सूचना पर थाना प्रभारी चक्रेश मिश्रा ने एक टीम गठित की और गुप्त रूप से छापेमारी की योजना बनाई। आधी रात के बाद किठो झील के पास चेकिंग के दौरान एक लाल रंग की कार को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उसमें बैठे युवक गाड़ी भगाकर भागने लगे।
पहली गिरफ्तारी से शुरू हुआ खुलासा
पुलिस ने कार से उतर चुके एक युवक को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान विपिन शर्मा के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास से कई मोबाइल फोन, नकदी, और एक रिवॉल्वर बरामद हुई। पूछताछ के दौरान विपिन ने अपने तीन और साथियों – अंकित, अतुल, और गोलू का नाम बताया।
ऑनलाइन सेक्स रैकेट का खुलासा
पुलिस की सख्ती के बाद विपिन ने सेक्स रैकेट के पूरे ऑपरेशन का खुलासा किया। उसने बताया कि यह रैकेट ऑनलाइन चलाया जा रहा था। विपिन ने लखनऊ के एक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा रीना के साथ मिलकर यह रैकेट शुरू किया था।
रीना ने अपने कॉलेज की अन्य छात्राओं – नेहा और प्रिया – को भी इस रैकेट में शामिल कर लिया। विपिन और रीना ने एक वेबसाइट बनाई, जिसमें लड़कियों की तस्वीरें और संपर्क नंबर डालकर कस्टमर से संपर्क किया जाता था।
लड़कियों को ऐसे बनाया शिकार
रीना ने कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों को पैसों का लालच देकर इस धंधे में उतारा। उसने उन्हें समझाया कि यह काम अस्थाई जगहों पर किया जाएगा, जिससे पकड़े जाने का खतरा कम रहेगा। लड़कियों को भरोसा दिलाने के लिए विपिन और उसके साथी सुरक्षा का जिम्मा संभालते थे।
पुलिस ने दी कड़ी चेतावनी
पुलिस ने विपिन, रीना, और उनके साथियों समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने इस रैकेट का खुलासा करते हुए कहा कि इस तरह के गिरोहों को रोक पाना आसान नहीं है। यह संभव है कि ऐसे रैकेट शहर के अन्य हिस्सों में भी सक्रिय हों।
युवा पीढ़ी के लिए सबक
यह घटना एक गंभीर संदेश देती है कि माता-पिता को बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। कॉलेज में पढ़ाई के नाम पर आए ये छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को खुद ही बर्बाद कर रहे थे।
क्या कहती है आपकी राय?
इस घटना पर आपके विचार क्या हैं? हमें जरूर बताएं।