हरियाणा प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर ट्रस्ट और सर्व हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ की मांग पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बड़ी राहत देते हुए सीटीपी (क्रेडिट ट्रांसफर पॉलिसी) के उन छात्रों को भी नियमित छात्रों की तर्ज पर एक विषय में पास होने पर 11वीं में प्रवेश देने का निर्णय लिया है, जो पहले एक विषय में फेल होने पर 11वीं कक्षा में प्रवेश के लिए पात्र नहीं थे। उक्त संगठनों ने हिसार के बहबलपुर और कुरुक्षेत्र गांव में आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह को मांगपत्र सौंपा था, जिस पर संज्ञान लेते हुए बोर्ड प्रशासन ने यह फैसला लिया है। बोर्ड ने इसके साथ ही 10वीं के कंपार्टमेंट के छात्र जो अप्रैल 2020 में किसी कारणवश अपनी कंपार्टमेंट में पास नहीं हो पाए थे, उन्हें अक्टूबर 2020 में पास होने के लिए एक अवसर और दिया है। इससे जिन छात्रों को कंपार्टमेंट के कारण 11वीं में फेल कर दिया गया था, वे अब अगर अक्टूबर में अपनी परीक्षा पास कर लेते हैं तो उन्हें 11वीं में भी पास माना जाएगा और वे 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए पात्र माने जाएंगे। इसके साथ ही एनरोलमेंट के लिए अगर कोई छात्र प्रदेश के किसी भी बोर्ड से सम्बद्ध स्कूल से ऑनलाइन सीएलसी लेकर आता है तो उसे काउंटर साइन कराने की जरूरत नहीं रहेगी, लेकिन अगर कोई छात्र हरियाणा से बाहर का है तो उसे काउंटर साइन कराने होंगे। बोर्ड के इस निर्णय का सर्वाधिक फायदा सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों से आने वाले विद्यार्थियों को होगा। बोर्ड के इस निर्णय का प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर ट्रस्ट, सर्व हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ और अन्य निजी स्कूल संचालकों ने स्वागत करते हुए उसका आभार व्यक्त किया है।