कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है, कहा हम अन्नदाताओं के साथ हैं।’

Parmod Kumar

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कृषि कानूनों के खिलाफ किसान एक बार फिर प्रदर्शन कर रहे हैं। देश में कोरोना माहामारी की तीसरे लहर के बीच शनिवार को किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर राजभवनों के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और राज्यपालों के जरिये राष्ट्रपति तक रोष-पत्र पहुंचाएंगे। ताजा तस्वीरें हरियाणा के पंचकूला से जा रही है। यहां सैकड़ों की संख्या में किसान जमा हुए और मार्च निकाला। (नीचे देखिए तस्वीरें) वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी किसान आंदोलन का समर्थन किया है। राहुल ने किसान आंदोलन के सात महीने पूरे होने के मौके पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सीधी-सीधी बात है- हम अन्नदाताओं के साथ हैं।’

इससे पहले आंदोलन की इस रणनीति के बारे में जानकारी देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव ने बताया, किसान आंदोलन अब नए चरण में प्रवेश कर रहा है। इसी कड़ी में पूरे देश के किसान एकजुट होकर विभिन्न राज्यों के राज्यपालों के जरिये 26 जून को राष्ट्रपति को रोष-पत्र भेजकर तीन कृषि कानून रद्द करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून बनाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमएसपी गारंटी कानून बनाने की बात कही थी, लेकिन अब वे स्वयं इससे दूर भाग रहे हैं। आज लोकतंत्र की हत्या हो रही है तथा भाजपा ने सामान्य काल में ही आपातकाल जैसे हालात बना दिए हैं। देश में हर तरफ बंदिशों का दौर जारी है तथा जनता को महंगाई के जरिये कुचला जा रहा है। किसान आंदोलन पर आईएसआई की नजर: इस बीच, भारतीय खुफिया एजेंसियां किसान आंदोलन को लेकर सुरक्षा अलर्ट जारी कर चुकी हैं। खुफिया एजेंसियों का साफ कहना है कि किसान आंदोलन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की नजर है और उसकी साजिश देश में हिंसा फैलाने की है।