कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर महंगाई का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट, चीन के क़ब्ज़े- सबकी जड़ एक ही है. मोदी सरकार का अहंकार, मित्र-प्रेम व विफलता. राहुल गांधी ने आगे कहा, अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने के साथ ही, हम कांग्रेस शासित राज्यों में जनता के मुद्दों को सुलझा रहे हैं. जन के मन की बात सुन रहे हैं.
वहीं राहुल गांधी ने मंगलवार को संसद में किसानों का मुद्दा उठाया था. उन्होंने लोकसभा में सरकार से मांग की है कि आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को मुआवजा और परिवार के सदस्यों को नौकरी मिली चाहिए. सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि आप की सरकार कह रही है कि कोई किसान शहीद नहीं हुआ और आपके पास नाम नहीं हैं. उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के नाम लोकसभा में दिखाते हुए कहा कि किसानों का जो हक है, वह उन्हें मिलना चाहिए.
‘लोकसभा से विपक्ष ने वॉक आउट किया’
आंदोलन के दौरान मारे गए पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसानों की लिस्ट लोकसभा को सौंपते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि प्रभावित किसान परिवारों को मुआवजा और रोजगार मिलना चाहिए. किसान के मुद्दे पर सरकार की ओर से जवाब ना दिए जाने पर लोकसभा से विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि हैरानी की बात है जब पीएम मोदी देश से माफी मांग रहे हैं. बिना चर्चा के कानून वापस ले रहे हैं. संसद में इस पर कोई बहस ना होना इसका कोई सेंस नहीं है. हम सदन में बहस करने के लिये आते हैं. देश के सामने आज राहुल गांधी ने सदन में कहा कि आपके पास किसानों के मौत का कोई डाटा नहीं है, हम आपको नाम और पता दे रहे हैं. सरकार अपनी जिम्मेदारी माने. सत्ता पक्ष की ओर से कोई जवाब नहीं. एक शब्द या एक लफ्ज नहीं. हम चाहते हैं कोई तो बोले.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई इसके आंकड़े क्यों नहीं है? पंजाब सरकार ने 403 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया है. 100 से ज्यादा किसानों के परिवारजनों को नौकरी दी है. अगर पंजाब सरकार के पास लिस्ट है तो भारत सरकार के पास क्यों नहीं है? हम मांग करते हैं कि भारत सरकार किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनके आंकड़े को वेरीफाई करें और सभी के परिवारजनों को मुआवजा दिया जाए.