हाल ही में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी राव दान सिंह की हार को लेकर जहां लोकसभा प्रभारी हंसमुख चौधरी के सम्मुख कांग्रेसियों का भीतरघात को लेकर दर्द छलका। वहीं अपनी ही पार्टी के संगठन को लेकर सवाल भी उठाये। कार्यकर्ताओं ने किरण चौधरी व दान सिंह के बीच 36 का आंकड़ा बताया। वहीं मीटिंग में हार को लेकर मंथन किया गया। साथ ही आगामी दिनों में पार्टी के नये संगठन को लेकर भी चर्चा की गई।
दादरी के रेस्ट हाउस में कांग्रेस के लोकसभा प्रभारी हंसमुख चौधरी कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेने पहुंचे थे। मीटिंग में कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं से पार्टी प्रत्याशी राव दान सिंह की हार को लेकर चर्चा की गई। इसी दौरान कार्यकर्ताओं ने राव दान सिंह की हार को लेकर प्रभारी के सामने भीतरघात का दुखड़ा रोया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर भीतरघात नहीं होता तो भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित थी। कुछ ने तो प्रभारी के समक्ष कांग्रेस पार्टी में अनुशासन और संगठन नहीं होने की बात कह भाजपा के संगठन की प्रशंसा भी की।
वहीं मीटिंग में दान सिंह कि हार का मुख्य कारण क्या रहा और कहां कमजोरी रही, को लेकर मंथन किया गया। प्रभारी हंसमुख चौधर ने पार्टी में गुटबाजी को नकारते हुए कहा कि आंकड़ों में साफ हो गया है कि राव दान सिंह की हार के क्या कारण रहे हैं। जहां भी कमजोरी रही है, वहां पार्टी मेहनत करेगी। किरण चौधरी द्वारा टिकट वितरण में हुड्डा के नाम को लेकर प्रभारी नहीं कहा कि हाईकमान ने ही लोकसभा टिकट वितरण पर मोहर लगाई है। कार्यकर्ताओं से मंथन किया गया है और नये संगठन को लेकर विचार साझा किये हैं।