एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल मामले को गंभीरता से लिया गया है। कर्मचारियों से 9 में से 7 मांगों पर बन सहमति चुकी है। समस्या का एक से दो दिन में हल निकल आएगा। इन कर्मचारियों की नियमित करने और सातवां वेतन आयोग की मांग में दिक्कत आ रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को केंद्र सरकार से हिस्सा मिलता है। पीजीआईएमएस की नसों से हड़ताल वापस लेने की अपील की गई है। इनकी मांगों पर उच्च स्तर पर विचार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोलकाता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार को सजग रहना चाहिए। उन्होंने पीजीआईएमएस में नर्सों की हड़ताल पर कहा कि बातचीत के जरिए ही हल निकल सकता है। बातचीत में मांगों को लेकर कुछ कम ज्यादा को भी स्वीकार कर लेना चाहिए। यह सेवा का कार्य है।
इसलिए नर्सिंग स्टाफ को भी हड़ताल छोड़कर ड्यूटी पर लौटना चाहिए। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी मांग रखने व हड़ताल करने का अधिकार है। कई बार मांग जायज होती हैं, लेकिन सरकार की भी अपनी सीमाएं होती हैं।