इन्साकॉग के अनुसार देश में कोरोना के नए सबवैरिएंट JN.1 के कुल 157 केस मिले हैं। इसमें केरल में सबसे अधिक 78 मामले सामने आए हैं, इसके बाद गुजरात में 34 मामले मिले हैं। कई राज्यों में पिछले कुछ हफ्तों में कोविड के मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है और 9 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक वायरस के जेएन.1 उप-स्वरूप के बारे में पता चला है। इन्सकॉग के अनुसार JN.1 के केरल में 78, गुजरात में 34, गोवा में 18, कर्नाटक में 8, महाराष्ट्र में 7, राजस्थान में 5, तमिलनाडु में चार, तेलंगाना में दो और दिल्ली में एक केस मिला है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 का मरीज मिलने के बाद सरकारी अस्पतालों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दिल्ली के LNJP अस्पताल में मरीजों के लिए 20 बेड आरक्षित किए गए हैं। अभी तक अस्पताल में एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है। कोरोना के मरीजों के लिए अस्पताल में अलग हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। वहीं दिल्ली के AIIMS में पहले से ही कोविड का वार्ड बनाया गया है।
दिल्ली में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट JN.1 से संक्रमित पहले मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। 52 साल की महिला पूरी तरह से स्वस्थ हैं। महिला इलाज के लिए आईएलबीएस अस्पताल में एडमिट थीं। महिला के संक्रमण को लेकर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उनमें माइल्ड इन्फेक्शन था। किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी, न ही ऑक्सिजन सपोर्ट की जरूरत हुई। इसलिए पैनिक वाली बात नहीं है, लेकिन सभी को अलर्ट रहना चाहिए, भीड़भाड़ में जाने से बचना चाहिए। सौरभ ने कहा कि तीन कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की गई थी, जिसमें से एक में JN.1 का संक्रमण मिला तो अन्य में ओमिक्रॉन के पुराने सब वेरिएंट पाए गए थे। उन्होंने कहा कि JN.1 संक्रमित महिला को छुट्टी मिल जाने के बाद ऐसा कह सकते हैं कि दिल्ली में अभी JN.1 का कोई एक्टिव मरीज नहीं है। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि हमने जितने भी कोविड पॉजिटिव मामले आ रहे हैं, उनकी जीनोम जांच कराने का फैसला किया है। खासकर शुरुआती दौर में सभी पॉजिटिव सैंपल की जीनोम जांच की जाएगी। मंत्री ने कहा बताया कि हमने दिल्ली में कोविड जांच की संख्या बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 636 मरीजों की जांच की गई है।
पश्चिम बंगाल में 9 महीने से ज्यादा दिनों बाद गुरुवार को कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई। मरीज का कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। उसे कोरोना के अलावा और भी कई बीमारियां थीं। राज्य में कोविड से किसी व्यक्ति की मौत अंतिम बार गत 26 मार्च को दर्ज की गई थी। पश्चिम बंगाल में कोविड संक्रमण के एक्टिव केस 11 हैं, जबकि तीन लोगों को कोविड से रिकवर करने के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिल गई है।