साइबर थाना में दी गई शिकायत में एआरओ कम एसडीओ ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि तीन अप्रैल को शुभम राणा ने ऑनलाइन प्रार्थना पत्र के माध्यम से जनसभा की अनुमति के लिए दो आवेदन प्राप्त हुए थे। इस पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने एआरओ यूजरस का दुरुपयोग करते हुए दोनों आवेदन पत्रों को रद्द कर दिया गया है। यही नहीं, इस पर कुछ आपत्ति जनक टिप्पणी व फोटो अपलोड कर दी है। इसलिए अनुरोध है कि उपरोक्त दोनों आवेदन पत्रों पर जिस भी अज्ञात व्यक्ति ने इस पोर्टल का दुरूपयोग किया है। उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। साइबर थाना के जांच अधिकारी इंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अभी आईपी एड्रेस की जानकारी ली जा रही है। अन्य पहलूओं पर भी जांच की जा रही है। इस मामले में जल्द ही शॉर्ट आउट कर लिया लाएगा।
जिला सूचना अधिकारी दीपक खुराना ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि दोनों ही रद्द प्रार्थना पत्रों की रिपोर्ट पर कोई डेट और टाइम नहीं है। उन्होंने संभावना जताई है कि तीन अप्रैल को होने निर्वाचन विभाग की ओर से आयोजित ट्रेनिंग मेंएआरओ व कार्यालय में नियुक्त आईटी टीम के कर्मचारियों ने भाग लिया था। जिस आवेदन पर टिप्पणी की गई है। उसी को डेमो के रूप में प्रयोग करते हुए पोर्टल के बारे में समझाया गया था। शायद इस समय किसी ने यूजर आईडी और पासवर्ड चुरा लिया हो। पुलिस भी अब इसी एंगल को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है। साइबर सेल के प्रभारी शिव कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस पहले आरो कार्यालय का सभी रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेगी। सभी ऑपरेटर के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। उसके बाद किसने यूजर आईडी का दुरुपयोग किया है। इस बात का पता पुलिस लगाएगी।