सात गांवों के विद्यार्थियों को दादरी और भिवानी कॉलेज में पहुंचने के लिए परेशानी झेलनी पड़ती हैं। दादरी के लिए केवल एक बस हैं जबकि रानीला-भिवानी रूट पर दादरी डिपो की एक भी बस नहीं चलती। इसके चलते विद्यार्थी अपने स्तर पर ही सवारी वाहनों में सफर करने को विवश हैं।
चरखी दादरी में बसों की कमी पर बिफरे विभिन्न गांवों के छात्रों ने मंगलवार सुबह लामबंद होकर बस स्टैंड का एक गेट बंद कर दिया। करीब 20 मिनट तक गेट बंद कर विद्यार्थियों ने हंगामा किया और इसके बाद रोडवेज अधिकारियों ने एक सप्ताह में समस्या के समाधान का आश्वासन देकर उन्हें शांत करवाया। इससे पहले विद्यार्थियों ने नारेबाजी के साथ रोष का इजहार किया और रोडवेज अधिकारी मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को अगुवाई जिला पार्षद मोहित साहू ने की।
अधिकारियों पर उनकी समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप
दरअसल रानीला समेत सात गांवों के विद्यार्थियों को दादरी और भिवानी कॉलेज में पहुंचने के लिए परेशानी झेलनी पड़ती हैं। दादरी के लिए केवल एक बस हैं जबकि रानीला-भिवानी रूट पर दादरी डिपो की एक भी बस नहीं चलती। इसके चलते विद्यार्थी अपने स्तर पर ही सवारी वाहनों में सफर करने को विवश हैं। इस समस्या को लेकर जिला पार्षद मोहित साहू के नेतृत्व में मंगलवार सुबह विद्यार्थी लामबंद होकर दादरी बस स्टैंड पहुंचे। उन्होंने यहां न केवल विरोध प्रदर्शन किया बल्कि रोडवेज अधिकारियों पर उनकी समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया।
एक सप्ताह के अंदर समाधान करवाने का आश्वासन
इसके बाद आक्रोशित विद्यार्थियों ने रोडवेज का एक गेट बंद कर दिया जिससे बसों के संचलान भी प्रभावित हुआ। इसके बाद रोडवेज अधिकारी प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों के बीच पहुंचे और उनसे समस्याएं जानीं। इस पर मोहित साहू, जितेंद्र, सुनील, अक्षय, प्रदीप, दीपक, सुनील, कपिल और मोनू ने बताया कि अकेले रानीला गांव में छात्र संख्या 200 है जबकि बस केवल एक ही है। उन्होंने रानीला- दादरी रूट पर बस संख्या एक से बढ़ाकर दो करने और एक बस रानीला-भिवानी रूट पर चलाने की मांग की। इस पर रोडवेज अधिकारियों ने एक सप्ताह के अंदर समाधान करवाने का आश्वासन दिया और इसके बाद विद्यार्थी वापस लौट गए।
ज्ञापन में क्या रखा है, आप सीधे हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना करना
जिला पार्षद मोहित साहू ने बताया कि बसों की कमी को लेकर वो तीन बार पहले भी रोडवेज अधिकारियों से मिल चुके हैं। उस दौरान एक मिनी बस के संचालन का आश्वासन दिया गया था। मोहित साहू ने बताया कि उस दौरान जब उन्होंने ज्ञापन सौंपने की बात कही तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि आप सीधे बस को हरी झंडी दिखाना, ज्ञापन में क्या रखा है। बावजूद इसके अब तक बस का संचालन नहीं किया गया।