हाथरस में गैंगरेप की शिकार बेटी को आज मिलेगा इंसाफ!

Parmod Kumar

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हाथरस: साल 2020 में हुए हाथरस के बूलगढ़ी कांडकांड को कोई भी नहीं भुला सकता है, यूपी में हुए दूसरे निर्भया कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। युवती दरिंदगी का अंदाजा इससे लगा सकते हैं, युवती की पैर तोड़ दिया गया, उसकी गर्दन मरोड़ी गई और गैंगरेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया। इस मामले में आज फैसला आ सकता है। मामले में एससी-एसटी कोर्ट में सुनवाई होगी। माना जा रहा है कि आज आरोपियों पर दोष तय किए जा सकते हैं। गुरुवार सुबह साढ़े 11 बजे चारों आरोपियों को पेशी पर कोर्ट में लाया गया है। सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। कोर्ट में सुनवाई के बाद संभवतः इस मामले में फैसला भी आ सकता है।

सरकार ने नहीं किया कोई वादा पूरा- वकील सीमा कुशवाहा 
इस पर पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाह भारी सुरक्षा के बीच न्यायालय पहुंची। सीमा कुशवाहा ने कहा कि हमें न्याय मिलेगा मुझे पूरा विश्वास है। पीड़ित परिवार को सरकार ने मकान नहीं दिया है। न ही सरकारी नौकरी दी है। न्यायालय के आदेश के बाद भी सरकार ने कोई भी वादा पूरा नही किया।
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आज कोर्ट से आ सकता है फैसला 
पीड़िता के परिजनों ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। अब उम्मीद जताई जा रही है कि आज इस पर कोर्ट का फैसला आ सकता है। इसे लेकर बुधवार को पुलिस प्रशासन दिन भर तैयारियों में लगा रहा, जिले से लगी सभी सीमाओं पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। हाथरस की ओर आने वाले हर शख्स पर पैनी नजर रखी जाएगी।

जिस दिन हुई मौत, उसी रात कराया पीड़िता का अंतिम संस्कार 
गौरतलब है कि हाथरस के थाना चंदपा इलाके के एक गांव में 14 सितंबर 2020 को सुबह करीब 9 बजे चारा काटने गई एक 19 वर्षीय युवती के साथ खेत में गैंगरेप का मामला सामने आया था। युवती अपनी मां के साथ खेत में चारा लेने गई थी. तभी दरिंदों ने घटना को अंजाम दिया। पीड़िता बेहोशी की हालत में खेत में पड़ी हुई मिली। फरार होने से पहले आरोपियों ने क्रूरता की सभी हदें पार करते हुए युवती को बेरहमी से मारा पीटा। फिर उसका पैर तोड़ दिया। युवती को गंभीर हालत में बागला जिला संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। इसके बाद पीड़िता को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उसी दिन आधी रात पुलिस प्रशासन ने उसका गांव लाकर अंतिम संस्कार करा दिया।