गांव मंडोरा निवासी सोनू शुक्रवार तडक़े चार बजे अपने घर से घूमने के लिए निकले थे। उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। बाद में उनका शव गांव नाहरा में किसान बलविंदर के धान के खेत में पड़ा मिला। बलविंदर सुबह अपने खेत में पहुंचे तो शव को देखकर पुलिस को अवगत कराया। बलविंदर ने पुलिस को बताया कि वह देर रात खेत में सिंचाई कर अपने घर गए थे। शुक्रवार सुबह खेत में पहुंचे तो युवक का शव पड़ा मिला।
उन्होंने पुलिस को मामले से अवगत कराया। साथ ही गांव के सरपंच एवं दहिया चौबीसा के प्रधान अधिवक्ता उमेश दहिया को भी सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आसपास पता किया तो शव की पहचान नहीं हो सकी। वहीं जब काफी देर तक सोनू घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद परिजनों को नाहरा में शव मिलने का पता लगा तो उन्होंने शव की पहचान सोनू के रूप में की। पुलिस ने शव को नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पुलिस ने जब गांव नाहरा में धान के खेत में सोनू का शव मिला है। उनके शरीर पर काफी मिट्टी लगी है। जिससे लगता है कि उन्होंने संघर्ष किया होगा। वहीं उनकी कमीज उनके गले में कसी है। जिसे लगता है कि उनकी कमीज से गला दबाकर उनकी हत्या की गई है। उनके कान के खून निकला हुआ था।
दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
ग्रामीणों ने बताया कि सोनू के पास दो बेटे हैं। जिसमें बड़ा करीब चार साल व छोटा दो साल का है। वारदात के बाद से परिजनों का रोकर बुरा हाल है।