परिजन महेश ने बताया कि मृतक विष्णु सिंह (40) उसका सगा भाई था। विष्णु दादरी बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत था। 19 जून को सुबह आठ बजे वह खेत में चारा लेने गया था। उसके साथ ही गांव निवासी विनोद, कालिया, दीपू व विक्की भी गए हुए थे। इसके बाद सुबह 11 बजे ग्रामीणों ने चारों को विष्णु के साथ ही देखा था। दोपहर दो बजे उसका चाचा कलम सिंह खेत में चारा काट रहा था। इस दौरान उसने चारों आरोपियों को अकेले ही देखा था।
इसके बाद सायं 4 बजे विनोद उनके घर आया और विष्णु के कपड़े व फोन देकर चला गया। जब उसकी मां ने विष्णु के बारे में पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद वे विष्णु की तलाश करते हुए नहर के पास पहुंचे। वहां पर उक्त चारों व्यक्ति घूम रहे थे। देर शाम तक विष्णु का पता नहीं लगने पर उन्होंने डायल 112 पुलिस को फोन किया और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बाद में सभी ने मिलकर विष्णु की जांच की तो लगभग डेढ़ से दो किलोमीटर दूरी पर विष्णु का शव नहर में पड़ा मिला।
उसके शरीर पर चोटें और सिर में गहरी चोट का निशान था। परिजनों का आरोप है कि पहले चारों ने विष्णु को बेरहमी से पीटा और फिर हत्या के सबूत मिटाने के लिए उसे नहर में फेंक दिया। उस दौरान नहर में दो फुट से भी कम पानी था और इसमें डूबने से विष्णु की मौत नहीं हो सकती। परिजनों ने पुलिस से मामले की गहनता से जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201 व 34 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।