राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के चलते राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को दिल्ली पुलिस ने पूरा दिन घर में नजरबंद कर दिया। इस दौरान दीपेंद्र ने ट्वीट किया कि आज सारा दिन अपने ही निवास पर एक कैदी बन कर रहा। भारत, भारत के संविधान और भारत के महान लोकतांत्रिक मूल्यों का मान मर्दन करने वाले इन बैरिकेड्स को मैं अपने आवास के आभूषण के रूप में स्वीकार करता हूं। व्यक्ति कैद किया जा सकता है, विचार नहीं। अब दमनकारी राजनीति का अंत निकट है। देश के इतिहास में पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी के राष्ट्रीय दफ्तर को पुलिस द्वारा यूं चारों ओर से ब्लॉक कर दिया गया है। हम स्वयं अपने दफ्तर नहीं जा सकते। प्रयास मात्र पर गिरफ्तारी। क्या आज तक कभी भाजपा के किसी ब्लॉक स्तर के दफ्तर पर किसी पूर्व की सरकार ने आंच पहुंचाई है। सुबह पहले दीपेंद्र हुड्डा बेरिकेड्स देखकर बाहर आए और पुलिस अधिकारियों से चाय और समोसे खाने के लिए कहा। हमने अपने कार्यकर्ताओं के लिए चाय और समोसे मंगवाए हैं, आप भी आकर खा लें। हम जब प्रदर्शन करेंगे तो आपको बता देंगे। इसके बाद वे घर के अंदर चले गए। दोपहर को दीपेंद्र जब फिर बाहर आए तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया।
दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा से पूछा सवाल: भाजपा के किसी ब्लॉक स्तर के दफ्तर पर पूर्व की सरकार ने आंच पहुंचाई
Parmod Kumar