चुनावों के ऐलान पर दीपेंद्र की पहली प्रतिक्रिया, कहा- देर से चुनाव करवाने के पीछे की मंशा स्पष्ट करे भाजपा सरकार

Parmod Kumar

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चुनाव आयोग द्वारा आज सात चरणों में लोकसभा चुनाव करवाने की तारीखों का ऐलान होने के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने चुनाव आयोग को सलाह देते हुए कहा कि पोस्टल पेपर की काउंटिंग पहले हो और सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में हो।

इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने जानबूझकर चुनाव लेट करवाए हैं, इसके पीछे क्या मनसा है सरकार स्पष्ट करें। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस की लिस्ट को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की लिस्ट सही समय पर आएगी और जल्द ही प्रत्याशियों का ऐलान होगा। उन्होंने जेजेपी का प्रदेश में जनाधार खत्म होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि जेजेपी और भाजपा का गठबंधन टूटना भाजपा की बड़ी रणनीति का हिस्सा है। दीपेंद्र सिंह हुड्डा आज रोहतक के रेलवे रोड पर हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम के तहत लोगों से मुलाकात कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में गड़बड़ी हुई थी, उन्हें भी आशंका है  कि यहां पर गड़बड़ी हो सकती है। साथ ही दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अब समय बदलाव का आ गया है और प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि 2 महीने से ज्यादा का वक्त उन्हें चुनाव प्रचार के लिए मिला है, लेकिन वह पहले से तपस्या कर रहे हैं और आगे भी मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बदलाव की जरूरत है और इलाके में बदलाव होगा तो प्रदेश भी बदलेगा। उन्होंने कहा कि वह पहले से ही जनता के बीच में रहे हैं इसलिए वह जमीन से जुड़े हुए हैं।

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंदर हुड्डा आज रेलवे रोड पर थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जेजेपी और भाजपा का गठबंधन टूटना बड़ी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की रणनीति है और जनता अब समझ चुकी है इसलिए जनता जेजेपी और भाजपा नेताओं के बहकावे में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि जेजेपी का जनाधार खत्म हो चुका है और चुनाव परिणाम आने के बाद जेजेपी बिल्कुल खत्म हो जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सीटों की घोषणा भी जल्द होगी क्योंकि कांग्रेस की सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा समय पर होने वाली है। उन्होंने कहां की मुख्यमंत्री का चेहरा बदलना साफ संकेत है कि भाजपा के खिलाफ लोगों का गुस्सा है अब चेहरा बदलने की जरूरत नहीं,बल्कि जनता ही इस चुनाव के बाद निर्णय कर देगी की प्रदेश में किसकी सरकार होगी।