दिल्ली कूच:पंजाब से आए किसानों के स्वागत में 5 मन देसी घी से बनाया हलवा, नए साल के पहले दिन दुड़ाराम के घेराव का ऐलान

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कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर जाने के लिए पंजाब से चले हजारों किसानों के स्वागत के लिए फतेहाबाद में सिरसा रोड स्थित नई अनाज मंडी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें इन लोगों के स्वागत में 5 मन देसी घी से सूजी का हलवा बनाया गया। वहीं लंगर में दाल-चावल रोटी के अलावा कई तरह सब्जियां व आचार परोसा गया। रविवार को बदले मौसम के चलते आंधी व तेज ठंडी हवाओं ने इस कार्यक्रम के शुरू होने में बाधा जरूर डाली, लेकिन किसानों के हौसलों को कम नहीं कर सकी। पंजाब के किसानों के स्वागत व आवभगत के लिए किसान संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न खंडों के किसान यहां पर आए हुए थे। लंगर व अन्य सेवाएं दे रहे थे।

 

जिले के किसानों ने लगाया लंगर

कार्यक्रम स्थल पर दाल-चावल, रोटी व सब्जी का लंगर चलाया जा रहा था। इस लंगर का आयोजन किसने किया, जब सेवादारों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह फतेहाबाद जिले के किसानों की ओर से चलाया जा रहा है। ताकि पंजाब से आने वाले किसानों को कोई परेशानी न हो।

दो बड़े कड़ाहों में 5 बजे शुरू किया हलवा बनाना

इस कार्यक्रम में आने वाले किसानों के लिए रतिया हलके के गांव रत्ताखेड़ा की खेती बचाओ संघर्ष समिति की ओर से देसी घी का हलवा तैयार किया। इसके लिए मंडी में जमीन में चूल्हा बनाया गया, इस पर दो बड़े कड़ाहे रखकर उसमें हलवा बनाया। 5 मन से करीब 200 किलो सूजी और चीनी से हलवा तैयार किया गया। शाम 5 बजे से ही हलवा बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। बाद में कार्यक्रम में किसानों को यह हलवा बांटा गया। इस दौरान लोग बड़े कड़ाहे में हलवा बनते देखने को काफी उत्साहित दिख रहे थे।

बैसाखी के सहारे दोनों पैरों से दिव्यांग किसान भी सेवा करने पहुंचा

कार्यक्रम में कुलां से पहुंचे किसान रणजीत सिंह जोकि दोनों पैरों से दिव्यांग है। बैसाखी के सहारे चलता है। लेकिन उसका जोश देखने लायक था। जैसे ही उनसे पूछा कि यहां क्या करने आए हो तो तेज आवाज में बोला कि केंद्र सरकार के काले कानूनों को रद्द कराने के लिए आए हैं। इसके बाद वह लंगर सेवा की ओर बढ़ गया।

तेज हवाओं के बीच भी पंजाब के किसानों का स्वागत करने के लिए लोगों में दिखा जोश

कार्यक्रम में पहुंचे जिला पार्षद रामचंद्र शहनाल, नागरिक अधिकार मंच संयोजक मोहन लाल नारंग व एडवोकेट महेंद्र धारनियां ने पंजाब से आने वाले किसानों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दोपहर से मौसम अपना रंग दिखा रहा है। तेज हवाएं चल रही है। इसके बावजूद जिले के किसान यहां पर पंजाब के किसानों के स्वागत के लिए डटे हुए हैं। यह जोश कृषि कानूनों को रद्द कराने में अहम भूमिका निभाएगा।