दिल्ली पुलिस की टीम ने ये पाया कि जिस ट्रैक्टर से राहुल गांधी संसद भवन तक पहुंचे थे, उस ट्रैक्टर में नम्बर प्लेट तक नहीं थी. उसके बावजूद उस ट्रैक्टर को सांसदों के साथ संसद भवन तक लेकर गए थे, जिसकी गंभीरता समझी जा सकती है.इस बात की दिल्ली पुलिस कर रही जांच
बता दें कि ट्रैक्टर को एक कंटेनर में छिपाकर मोतीलाल नेहरू मार्ग पर स्थित सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ अधिवक्ता के आवास पर लाया गया था. पुलिस इस मसले की भी तफ़्तीश कर रही है कि इस साजिश में कौन कौन से लोग थे?
राहुल गांधी ने कही थी ये बात
ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि किसानों का जो संदेश है, हम उसे संसद तक लाए हैं. किसानों को दबाया जा रहा है इसलिए हम ट्रैक्टर से आए हैं. संसद में इस विषय पर चर्चा नहीं करने दी जा रही है. केंद्र सरकार को कानून वापस लेना होगा.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के अनुसार, किसान बहुत खुश हैं और जो (विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान) बाहर बैठे हैं वे आतंकवादी हैं. लेकिन हकीकत में किसानों का हक छीना जा रहा है. पूरा देश जानता है कि ये कानून 2-3 बड़े कारोबारियों के पक्ष में हैं. राहुल गांधी जो ट्रैक्टर चला रहे थे उस पर उनके साथ राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सदस्य बैठे थे.
रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने किसान की आवाज बुलंद करने के लिए ट्रैक्टर को संसद की पटल पर ले जाकर इस अहंकारी सरकार को झकझोरने का प्रयास किया है. हम इस सरकार को कहेंगे कि जागो क्योंकि देश का किसान जग गया है। सरकार कुछ भी करे लेकिन ये आंदोलन जारी रहेगा. यह जंग देश के अन्नदाता के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए है.
सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन कर ट्रैक्टर मार्च निकालने पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, युवा कांग्रेस प्रमुख श्रीनिवास बी.वी, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पार्टी के मीडिया विभाग के सह प्रभारी प्रणव झा और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था. इस पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 7 घंटे उन्होंने जेल में रखा. आप 7 साल रखिए पर कानून वापस लीजिए. हमारी सिर्फ ये ही मांग है.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राहुल पर साधा निशाना
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि राहुल गांधी किसानों को गुमराह करने और देश में अराजकता का वातावरण बनाने की कोशिश ना करें. उनकी इन्हीं आदतों और ऐसी हल्की समझ की वजह से वो कांग्रेस में भी सर्वमान्य नेता नहीं रहे. इसके साथ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को गांव, गरीब, किसान के बारे में कोई अनुभव और दर्द नहीं है. राहुल गांधी को सोचना चाहिए कि जब आपने अपने घोषणापत्र में इन्हीं कानूनों (कृषि कानूनों) को लाने के लिए कहा था तो आप उस समय झूठ बोल रहे थे या आज झूठ बोल रहे हैं.














































