डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को एंडोस्कोपी के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में लाया गया है. राम रहीम को कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली के एम्स में लाया गया है. गुरमीत राम रहीम दो अलग-अलग मामलों में जेल मे सजा काट रहा है. उसे दो साध्वी के साथ रेप के मामले में 20 साल की सजा मिली है और वहीं एक पत्रकार की हत्या के मामले में उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई है. पिछले महीने 8 जून को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे पहले राम रहीम ने 3 जून को पेट दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद रोहतक में PGIMS अस्पताल में मेडिकल चेकअप कराया गया. इस दौरान राम रहीम ने PGIMS रोहतक में कोविड टेस्ट कराने से मना कर दिया था
कोरोना पॉजिटिव भी हो चुका है राम रहीम
बाद में राम रहीम को आगे की जांच के लिए भारी पुलिस सुरक्षा में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल लाया गया. अस्पताल में जब उसका कोरोना टेस्ट हुआ तो पता चला कि वो कोविड पॉजिटिव है. दो महीने पहले राम रहीम को पैरोल मिली थी. पैरोल के लिए दिए गए आवेदन में मां की बीमारी का जिक्र किया था.
राम रहीम की पिछले पैरोल के निवेदन पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था. पिछले साल राम रहीम को मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई थी. राम रहीम को मिली ये पैरोल गुप्त तरीके से दी गई थी, लेकिन ये पूरा मामला बाद में उजागर हो गया था और हरियाणा सरकार की इससे काफी किरकिरी हुई थी.