हरियाणा में हार के बावजूद कम नहीं हुआ भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कद, कांग्रेस हाइकमान बनाएगा नेता विपक्ष!

parmodkumar

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 हरियाणा कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने अपनी पहली बैठक की। एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी हाईकमान को सदन में उसका अगला नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया। उन्होंने सभी पार्टी विधायकों से भी बात की और उनसे राय मांगी कि उनका नया नेता कौन होना चाहिए।

चंडीगढ़ : हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता का चुनाव अब कांग्रेस हाईकमान करेगा। पर्यवेक्षकों ने शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कई घंटे की बैठक के बाद बताया कि हाईकमान को विधायकों की राय से अवगत करवा दिया जाएगा। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कांग्रेस विधायक दल तथा विपक्ष का नेता बनना तय है। विधायक दल के नेता के नाम को लेकर राय लेने चंडीगढ़ पहुंचे पर्यवेक्षक अशोक गहलोत, अजय माकन, प्रताप सिंह बाजपा और टीएस सिंहदेव के सामने 37 में से 33 विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम का प्रस्ताव दिया।

पर्यवेक्षकों ने विधायकों से बातचीत की तो दौरान कोई भी कांग्रेस नेता उनके साथ मौजूद नहीं था। यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को भी इस कवायद का हिस्सा नहीं बनाया गया।

अगले हफ्ते सामने आएगा नेता का नाम

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस विधायक दल तथा विपक्ष का नेता बनाने का फैसला कांग्रेस हाईकमान पर छोड़ दिया गया। कांग्रेस पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस हाईकमान अगले सप्ताह तक कांग्रेस विधायक दल के नेता का नाम घोषित कर सकता है।

दिल्ली में डिनर, सैलजा समर्थकों की दूरी

कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने चंडीगढ़ आवास पर विधायकों के लिए दोपहर के भोजन का आयोजन कर रखा था। दिल्ली में रात्रिभोज का आयोजन किया गया था। दिल्ली की बैठक में 37 विधायकों में से 32 विधायक शामिल हुए थे, जबकि चंडीगढ़ की बैठक में सैलजा समर्थक चार विधायक नहीं आए। इस बैठक कम लंच में हुड्डा समेत 33 विधायकों ने भागीदारी की। कांग्रेस के सभी नौ विधायक हुड्डा के लंच में शामिल हुए और उनके नेतृत्व में अपना भरोसा जताया।

हुड्डा के समर्थक रहे हावी

चंडीगढ़ में करीब दो घंटे तक चली बैठक में अधिकतर विधायकों ने विधायक दल के नेता के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम का प्रस्ताव किया। इसके बाद पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों से अलग-अलग भी उनकी राय जानी। प्रत्येकों ने विधायकों से तीन-तीन नाम मांगे गए थे। हुड्डा समर्थक विधायकों ने तीनों नाम हुड्डा के ही दिए, जबकि सैलजा समर्थक विधायकों ने चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम दिया है।

हुड्डा भी पीछे हटने को तैयार नहीं

बुधवार को शक्ति प्रदर्शन करते हुए 31 पार्टी विधायकों ने इस सप्ताह की शुरुआत में हुड्डा से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया। हालांकि, नेताओं का एक वर्ग उन्हें पार्टी के नेता पद से हटाना चाहता है और चाहता है कि युवा पीढ़ी को कमान सौंपी जाए क्योंकि कांग्रेस राज्य में सत्ता में वापस आने में विफल रही है। हुड्डा हालांकि पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।