दहेज प्रथा की वजह से ना जाने कितने परिवार अपनी खुशियों का गला घोंटते आ रहे है। और अब दहेज प्रथा ने एक और परिवार की खुशियों को निगल लिया। एक पिता ने अपनी बेटी की शादी की पूरी तैयारी की लेकिन बेटी की डोली की जगह घर से अर्थी निकली।
मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले का है, जहां दहेज ना देने के कारण लड़के पक्ष के लोग बारात लेकर नही आए। बारात ना आने से नाराज दुल्हन घर से कहीं चली गई। इसके बाद पूरी घटना से आहत बेटी के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।बताया जा रहा है कि फतेहपुर के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के नया पुरवा गांव में रहने वाले सुफल निषाद की बेटी माला की शादी हमीरपुर जिले में तय हुई थी और 6 दिसंबर को बारात आनी थी। लेकिन लड़के वाले दहेज़ के मांग पूरी नहीं होने पर बाराती लड़की के घर बारात लेकर नहीं आए।बारात ना आने की वजह से माला अचानक घर से गायब हो गई। देर रात तक जब वह अपने घर वापस नहीं आई तो पिता ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में मृतक की बड़ी बेटी प्रीति देवी का आरोप है कि दहेज के लोभियों की वजह से उनके परिवार के साथ ऐसा हुआ।
इस पूरे मामले में एसपी सतपाल अंतिल ने बताया की बिंदकी के नया पुरवा गांव से पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ने सुसाइड किया है। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच में पाया कि राम सुफल नामक व्यक्ति ने सुसाइड किया है, इनके परिवार में सात बेटियां है और तीन बेटे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है।