पंजाब में सुलह के बाद राजस्थान कांग्रेस में कलह, सीएम अशोक गहलोत और युवा नेता सचिन पायलट के बीच संघर्ष छिड़ा।

Parmod Kumar

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कांग्रेस की पंजाब इकाई का विवाद सुलझने के बाद अब राजस्थान कांग्रेस में हलचल तेज हो रही है और पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शुक्रवार को जयपुर पहुंच रहे हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि पार्टी के राजस्थान प्रभारी अजय माकन भी जयपुर पहुंच सकते हैं। पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की अटकलों के बीच कांग्रेस के दोनों वरिष्ठ नेता राजस्थान पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार इसी महीने होने की संभावना है।

मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा
उधर, जयपुर में मुख्यमंत्री कार्यालय सूत्रों ने जानकारी दी, ‘फिलहाल गहलोत का दिल्ली जाने का कोई कार्यक्रम नहीं है। कम से एक दो दिन वह कहीं नहीं जा रहे।’ उन्होंने वेणुगोपाल की गहलोत से संभावित मुलाकात के बारे में कहा कि कांग्रेस के संगठन महासचिव का आधिकारिक कार्यक्रम हमें अभी नहीं मिला है।माना जा रहा है अजय माकन और वेणुगोपाल की गहलोत से मुलाकात के बाद राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की राह साफ हो सकती है।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पंजाब के मसले के समाधान के बाद अब सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का पूरा फोकस राजस्थान को लेकर है और पार्टी आलाकमान की ओर से माकन से कहा गया है कि राजस्थान के सियासी मसले का समाधान जुलाई में ही हो जाना चाहिए।

पंजाब में मिली सफलता राजस्थान में दुहरा पाएगा आलाकमान?

सवाल है कि आखिर कांग्रेस करे तो क्या? अगर परिवार के अंदर ही खींचतान खत्म नहीं हो सके, एक राज्य में स्थिति संभाली जाए तो दूसरा प्रदेश मुश्किलें पैदा करने लगे तो फिर बीजेपी जैसी ‘महाबलि’ से कांग्रेस निपटे तो कैसे? वैसे कांग्रेस ने अपनी पंजाब इकाई में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की खटपट दूर कर दी है तो उसमें राजस्थान की कलह दूर करने का भी भरोसा जगा है। यही वजह है कि आलाकमान वहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और युवा नेता सचिन पायलट के बीच खींचतान खत्म करने की कवायद में जुट गया है।