नॉन वेजिटेरियन लोगों का तो ठीक है प्रोटीन के नाम पर सुबह-शाम अंडे या मीट खा लेते हैं लेकिन हम क्या करें? अपनी प्रोटीन जरूरतों को कैसे पूरा करें? कुछ ऐसे ही ख्याल आते हैं वेजिटेरियन्स के मन में। क्योंकि अधिकतर लोगों को यहीं लगता है कि प्रोटीन केवल नॉनवेज फूड्स में ही होता है जबकि ऐसा नहीं है।
प्रोटीन एक जरूरी पोषक तत्व है, जो शरीर के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है। यह आपकी मसल्स, हड्डियों, त्वचा, बालों और नाखूनों का मुख्य हिस्सा है। ऐसे में शरीर को जरूरी मात्रा में प्रोटीन देना जरूरी है लेकिन भारत के लोग आज भी अपना प्रोटीन इनटेक पूरा करने में स्ट्रगल करते हैं।
ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि शाकाहारी या वीगन डाइट को फॉलो करने वाले तमाम लोगों को प्रोटीन के पर्याप्त सोर्स के बारे में जानकारी नहीं होती है। लेकिन आज हम आपके लिए प्रोटीन का एक ऐसा सोर्स लेकर आए हैं जो प्रोटीन के मामले में अंडे को भी टक्कर देता है और शरीर को इसके सेवन से अन्य लाभ भी मिलते हैं।
बहुत से लोग अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन प्राप्त करने को लेकर चिंतित रहते हैं क्योंकि या तो वो नॉनवेज नहीं खाते या फिर जानवरों के दूध से बने प्रोडक्ट्स से परहेज करते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आपकी ये टेंशन इस आर्टिकल के साथ खत्म होने वाली है। आप अपनी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स और नॉनवेट फूड्स से हटकर कुछ अलग शामिल कर सकते हैं और वो है टोफू। जी हां, टोफू प्रोटीन का एक बहुत अच्छा सोर्स है। इसमें अंडे के बराबर ही प्रोटीन होता है, ऐसे में ये आपकी प्रोटीन की नीड को पूरा करता है। साथ ही इसमें अन्य जरूरी पोषक तत्व भी होते हैं जैसे कि विटामिन्स, कैल्शियम और आयरन आदि।
टोफू को बीन कर्ड या बीन फर्मेंट भी कहा जाता है। यह एक सोय-बेस्ड फूड है, जिसे सोयाबीन, पानी और कोगुलेंट के साथ बनाया जाता है। यह दिखने में पनीर की तरह ही होता है। बता दें टोफू मूल रूप से चीन से आया है लेकिन अब यह पूरी दुनिया भर में प्रोटीन के चलते काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। इसके अलावा यह लैक्टोज इन्टोलरेंट लोगों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है। सबसे अच्छी बात ये है कि इसे सलाद से लेकर अलग-अलग रेसिपी में शामिल किया जा सकता है।
डेली टोफू खाना आपकी डाइट में प्रोटीन जोड़ने का एक बढ़िया तरीका है। लेकिन टोफू केवल प्रोटीन इनटेक पूरा करने में ही मदद नहीं करता है बल्कि हार्वर्ड हेल्थ के मुताबिक (ref), इसमें मौजूद अन्य न्यूट्रिएंट्स इसे हेल्थ के लिए बेहतरीन बनाने का काम करते हैं। इन पोषक तत्वों में विटामिन ए, आयरन, कैल्शियम, मैंगनीज, तांबा और सेलेनियम आदि शामिल हैं। इसके अलावा इसमें हेल्दी फैट, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है। अन्य प्रोटीन सोर्स की तुलना में टोफू में कैलोरी भी कम होती है।
अगर आप 100 ग्राम टोफू का सेवन करते हैं तो इससे आपको लगभग 8 से 17 ग्राम प्रोटीन मिल जाता है, जो कि टोफू के प्रकार पर निर्भर करता है। वहीं, 100 ग्राम अंडे से आपको लगभग 12.6 ग्राम प्रोटीन मिल जाता है लेकिन यह अंडे के आकार और इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप पूरा अंडा खा रहे हैं या केवल उसका सफेद भाग।
यह प्रोटीन सोर्स हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकता है, जिससे दिल की सेहत भी बूस्ट होती है। टोफू के सेवन को हृदय रोग के कम जोखिम से भी जोड़ा जाता है।
टोफू को अपने आहार में शामिल करने से कुछ कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद मिल सकती है।
यह सोय-प्रोडक्ट टाइप 2 डायबिटीज के विकसित होने के जोखिम को भी कम कर सकता है।
टोफू ऑस्टियोपोरोसिस को रोक सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं, जिससे उनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है।
मेनोपॉज के समय इस फूड आइटम को डाइट में शामिल करने से कई फायदे मिल सकते हैं। क्योंकि टोफू मेनोपॉज के लक्षणों से राहत प्रदान करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।













































