10 से अधिक लोगों से रामगोपाल और उसके साथियों ने 30 लाख से अधिक रुपये ले लिए। रामगोपाल ने कुछ पैसे अपने खाते में तो कुछ रिश्तेदारों के खाते में और कुछ नकद लिए हैं। कुछ दिन बीतने के बाद लोगों ने नौकरी के लिए रामगोपाल से संपर्क किया तो वह आनाकानी करने लगा। तब जाकर लोगों को ठगे जाने का अहसास हुआ।
सरकारी नौकरी के लालच में आकर 10 लोगों ने एक ठग को 30 लाख से अधिक रुपये दे दिए। कुछ दिन बाद जब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ तो छह लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। ठगी के आरोप में ही मुख्य आरोपी इस समय महराजगंज जेल में बंद है।
जानकारी के अनुसार, शाहपुर इलाके के बिछिया सर्वोदय नगर निवासी राजेश कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि चार साल पहले वह भटहट के बांस स्थान मंदिर में दर्शन करने गया था। इसी दौरान उसकी मुलाकात रामगोपाल नामक व्यक्ति से हुई। बातों-बातों में रामगोपाल ने राजेश को झांसे में ले लिया। आश्वासन दिया कि वह राजेश कुमार को सरकारी नौकरी दिलवा देगा। राजेश उसके झांसे में आ गया।
उसने न केवल खुद उधार लेकर रामगोपाल को पैसे दिए, बल्कि अपने परिचितों और रिश्तेदारों को भी सरकारी नौकरी के नाम पर रुपये दिलवा दिए। इस तरह 10 से अधिक लोगों से रामगोपाल और उसके साथियों ने 30 लाख से अधिक रुपये ले लिए। रामगोपाल ने कुछ पैसे अपने खाते में तो कुछ रिश्तेदारों के खाते में और कुछ नकद लिए हैं।
कुछ दिन बीतने के बाद लोगों ने नौकरी के लिए रामगोपाल से संपर्क किया तो वह आनाकानी करने लगा। तब जाकर लोगों को ठगे जाने का अहसास हुआ। बुधवार को राजेश की तहरीर पर शाहपुर पुलिस ने रामगोपाल, शिवपूजन, वसीम अकरम, परवेज अहमद, इमरान खान, परवीन तब्बशुल समेत छह लोगों खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि रामगोपाल ने महाराजगंज में भी सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की थी। इस मामले में इस समय वह महराजगंज की जेल में बंद है।