Earthquake News: भूकंप से कांपी तीन देशों की धरती, Bihar में 17 सेकेंड तक महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके: नेपाल और भारत में महसूस हुए तीव्र कंपन
उत्तर भारत और नेपाल में भूकंप का कहर
मंगलवार सुबह, 7 जनवरी 2025 को देश के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। उत्तर प्रदेश, बिहार, और दिल्ली तक लोगों ने धरती में कंपन का अनुभव किया। बिहार में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.3 मापी गई, जो पटना समेत कई जिलों में महसूस हुई। यह झटके सुबह करीब 6:38 मिनट पर आए, और इसका केंद्र नेपाल में था, जहां गोकर्णेश्वर क्षेत्र भूकंप का केंद्र बना। नेपाल में इस भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई।
नेपाल और तिब्बत में भी भूकंप के झटके
नेपाल के कई इलाकों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसके अलावा, तिब्बत में भी 6.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेपाल भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशिया टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं, जिससे हिमालय का निर्माण होता है। यही कारण है कि नेपाल में अक्सर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं।
भारत में भी महसूस हुए झटके
भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सिक्किम, नॉर्थ बंगाल और असम के कई इलाकों में लोग झटके महसूस करने के बाद घबराए। बिहार के मोतिहारी, समस्तीपुर, पटना, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, मुंगेर, और सारण जैसे जिलों में भी भूकंप के तेज झटके आए। बिहार में यह झटके सुबह करीब 6:04 बजे महसूस हुए और 17 सेकंड तक धरती हिलती रही। झटकों के बाद लोग कड़ाके की ठंड में घरों से बाहर निकल आए थे, हालांकि झटके जल्द ही समाप्त हो गए।
महाराष्ट्र में भी भूकंप के झटके
इससे पहले, 5 जनवरी को महाराष्ट्र के पालघर जिले में भी 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, अधिकारियों ने किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं दी। पालघर के डहाणू तालुका में सुबह 4:05 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए।
पूर्व भूकंप घटनाएं
यह कोई पहला मौका नहीं था जब नेपाल में भूकंप महसूस किया गया हो। 2 जनवरी को भी नेपाल में 4.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे काठमांडू और उसके आसपास के इलाकों में कंपन महसूस हुआ था।
निष्कर्ष
भूकंप के इस ताजा दौर में अभी तक किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, इन घटनाओं ने यह फिर से सिद्ध कर दिया है कि नेपाल और इसके आसपास के क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील हैं।