एजेंसी ने यह छापे हरियाणा के उत्पाद शुल्क और कराधान विभाग के तीन अधिकारियों और सिंडिकेट में शामिल महेश बंसल, पदम बंसल, अमित बंसल, मोनिल बंसल, ऋषि गुप्ता, हरीश बियानी और अन्य लोगों के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों पर मारे।
ईडी ने इस मामले की जांच हरियाणा पुलिस की तरफ से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर शुरू की थी। हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने जांच में पाया कि आरोपियों ने फर्जी फर्म बनाकर सी फार्म के जरिये गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया। उसके बाद अधिकारियों की मिलीभगत कर करोड़ों रुपये के रिफंड हासिल किए। इससे सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा। आरोपियों ने रिफंड के जरिये प्राप्त राशि से करोड़ों रुपये की चल व अचल संपत्ति खरीदी। हरियाणा पुलिस ने इस मामले में 50 से ज्यादा एफआईआर विभिन्न जिलों में दर्ज की थी और 30 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया था।