पंजाब पॉलिटिक्स में कांग्रेस के लिए सब कुछ अच्छा नहीं हो रहा है. पहले से ही पार्टी की अंदरुनी लड़ाई में उलझी कांग्रेस के सामने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में चूक मामले में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. यही नहीं इस मुद्दे पर पार्टी के ‘अपने’ भी निशाना साध रहे हैं.
कोरोना संकट के बीच अब जब राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए चंद महीने ही रह गए हैं तो पार्टी के अंदर नाराजगी खत्म होती नहीं दिख रही है और यह आलम बढ़ता जा रहा है. एक ओर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ लगातार अभियान जारी रखे हुए हैं तो आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के प्रचार समिति के प्रमुख सुनील जाखड़ अब देश छोड़कर विदेश यात्रा पर निकल गए हैं.
टिकटों का काम अधूरा छोड़ चले गए विदेश
सुनील जाखड़ के देश छोड़कर चले जाने से कांग्रेस के अंदर कई नेता खफा हो गए हैं. वह ऐसे समय विदेश चले गए जब राज्य में चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे का काम अधूरा है और इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. पार्टी नेताओं ने जाखड़ के देश छोड़ने के फैसले पर अपनी चिंता व्यक्त की है, क्योंकि पार्टी अगले कुछ हफ्तों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अभी तक 117 उम्मीदवारों की अपनी सूची को अंतिम रूप नहीं दे सकी है.
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ के करीबी सूत्रों का कहना है कि जाखड़ बुधवार को दिल्ली में एक स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भाग लेने के बाद देश छोड़कर चले गए. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया कि जाखड़ विदेश जरुर चले गए हैं लेकिन वह महामारी की तीसरी लहर के बीच केंद्रीय चुनाव समिति की बैठकों में वर्चुअली तौर पर शामिल होंगे.
सुनील जाखड़ ने चन्नी सरकार पर खड़े किए सवाल
इस रिपोर्ट में कांग्रेस के एक नेता के हवाले से यह भी कहा गया, “प्रचार समिति के प्रमुख के दूर रहने से यह बेहद मुश्किल होने वाला है. अगर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो भी चुनाव समिति के प्रमुख को भी यहीं पर रहना चाहिए था. एक नेता की शारीरिक तौर पर अनुपस्थिति निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं के मनोबल को बुरी तरह प्रभावित करेगी.”
यही नहीं देश छोड़कर विदेश जाने के बीच कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने ट्वीट कर अपने ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए. जाखड़ ने कहा कि फिरोजपुर की रैली के लिए प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराया जाना चाहिए था.
जाखड़ ने कहा, ‘बुधवार को जो घटना हुई उसे कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता. यह पंजाबियत के खिलाफ है. देश के प्रधानमंत्री को फिरोजपुर में BJP की रैली को संबोधित करने के लिए सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराया जाना चाहिए था. इसी तरह लोकतंत्र कार्य करता है.’