राजस्थान के 6 जिलों में 200 जिला परिषद सदस्यों के साथ ही 78 पंचायत समितियों में भी चुनाव करवाए जाएंगे, कांग्रेस ने उपचुनावों की तैयारियां शुरू की।

Parmod Kumar

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राजस्थान में पंचायत चुनावों के ऐलान के साथ ही कांग्रेस में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं ठंडी पड़ गई. प्रदेश के 6 जिलों में 200 जिला परिषद सदस्यों के साथ ही 78 पंचायत समितियों में भी चुनाव करवाए जाएंगे. कांग्रेस पार्टी इन चुनावों के साथ-साथ आने वाले उप-चुनावों की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं.

दरअसल, जिन 6 जिलों में पंचायतों और जिला परिषदों के चुनाव होने हैं, उनमें से कांग्रेस पार्टी आंकड़ों के लिहाज से काफी मजबूत हैं. हालांकि पंचायत और जिला परिषद के चुनाव पार्टी लाइन पर नहीं लड़े जाते, बल्कि उम्मीदवार की छवि बहुत अहम होती है. लेकिन सत्ता पक्ष का प्रभाव इन चुनावों में पूरी से रहता है.

6 सीटों पर गहलोत सरकार के हैं, 7 मंत्री

गौरतलब हैं कि जयपुर, भरतपुर, जोधपुर, दौसा, सवाई माधोपुर और सिरोही में पंचायतों के चुनाव होने हैं. विधानसभा के हिसाब से जिले में कुल 47 विधानसभा सीटें हैं, इनमें से 33 कांग्रेस, 6 कांग्रेस समर्थक निर्दलीय, एक आरएलपी और 7 बीजेपी विधायक हैं. इसमें सीएम अशोक गहलोत के अलावा 7 विधायक सरकार में मंत्री भी हैं. इन 6 जिलों में से जयपुर, भरतपुर, जोधपुर और दौसा से 7 मंत्री हैं.  इनमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से, कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया, प्रताप सिंह खाचरियावास और राज्य मंत्री राजेंद्र यादव जयपुर से आते हैं. वहीं, भरतपुर से आरएलडी के सुभाष गर्ग और कांग्रेस के भजन लाल जाटव, दौसा से परसादी लाल मीणा और ममता भूपेश भी सरकार में मंत्री हैं.

कांग्रेस ने चुनाव के साथ की उपचुनाव की तैयारी

राजधानी जयपुर में 51 जिला परिषद और 22 पंचायत समितियों में चुनाव कराए जाएंगे. वहीं, जयपुर में 19 में से महज 3 विधानसभा सीट बीजेपी के पास हैं, जबकि 16 में 3 कांग्रेस समर्थक निर्दलीय और 13 कांग्रेस के पास हैं. साथ ही सटे भरतपुर जिले से कुल 37 जिला परिषद के सदस्य चुने जाने हैं. यहां बीजेपी के पास एक भी एक भी विधायक नहीं है, जबकि बयाना में कांग्रेस और भरतपुर में कांग्रेस की गठबंधन पार्टी आरएलडी है. इसके साथ ही दौसा जिले से 29 जिला परिषद और 12 पंचायत समितियों के चुनाव होने हैं. जहां पर लगभग 5 विधानसभा सीटों में बीजेपी के पास एक भी सीट नहीं है जबकि 4 कांग्रेस और एक कांग्रेस समर्थित निर्दलीय हैं. इनके अलावा दो कांग्रेस और एक निर्दलीय विधायक हैं. वहीं, जोधपुर में 37 जिला परिषद और 20 पंचायत समितियों के चुनाव हैं. जोधपुर में 10 में से 7 विधानसभाओं पर कांग्रेस का कब्जा है. वहीं, सवाईमाधोपुर जिले में कुल 25 जिला परिषद और 7 पंचायत समितियों के चुनाव होने हैं. इस जिलें में कुल 4 विधानसभा हैं, जिनमें से 3 कांग्रेस और एक कांग्रेस समर्थित निर्दलीय है. वहीं, सिरोही  जिले से 21 जिला परिषद और 4 पंचायत समितियों में चुनाव हैं. यहां कुल 3 विधानसभा सीटों में से 2 बीजेपी के पास और 1 कांग्रेस समर्थक निर्दलीय विधायक हैं.