बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि यह हर किसी का फंडामेंटल राइट है कि वह कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है। मगर विधानसभा चुनाव में असली फाइट भाजपा और कांग्रेस के बीच रहेगी। हलोपा कोई पार्टी ही नहीं है। वो कंडीडेट 10 खड़े करें या 15 करें, वो कर सकते हैं, लेकिन मैं नहीं समझता जनता उनको वोट देगी।
उनकी रानियां से बीजेपी की टिकट के सवाल पर रणजीत चौटाला ने कहा कि 3 महीने पहले खुद मुझे बीजेपी ने बुलाकर लोकसभा की टिकट दी। अब तीन महीने में ऐसा कुछ तो हुआ नहीं है कि मेरी क्वालिफिकेशन कम हो गई हो। रणजीत सिंह का अपना आधार है। मैं निर्दलीय भी 25 हजार वोटों से पिछली बार जीतकर आया। हिसार लोकसभा में भी मामूली अंतर से हार हुई।
भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति में शामिल नहीं किए जाने के सवाल पर रणजीत चौटाला ने कहा कि मैं और किरण चौधरी तो पार्टी में अब आए हैं। जो उसमें सदस्य हैं, वह पार्टी से पहले से जुड़े हुए हैं। भाजपा ने 7 निर्दलीयों में से मुझे कैबिनेट मंत्री बनाया। फिर नायब सैनी की कैबिनेट में 5 मंत्रियों में मुझे शामिल किया। तो मेरी नाराजगी का कोई सवाल ही नहीं है।