प्रदेश के 22.54 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर 7400 करोड़ रुपये बकाया है। इनमें से 16 लाख ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर 4,295 करोड़ रुपये बकाया हैं और इनके कनेक्शन जुड़े हैं। इनके अलावा छह लाख उपभोक्ताओं पर 3,166 करोड़ रुपये का बिल बकाया है

हरियाणा सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद प्रदेश में बिजली चोरी रुक नहीं पा रही है। प्रदेश में औसतन हर माह 22 करोड़ रुपये से अधिक की बिजली चोरी हो रही है। सालाना बिजली चोरी की बात करें तो औसतन 275 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी जाती है। साल में 82 हजार से अधिक बिजली चोरी के मामले सामने आते हैं। रोजाना औसतन 225 बिजली चोरी के मामले पकड़े जाते हैं। खास बात है कि ये आंकड़े वो हैं, जो सरकार ने पकड़े हैं। इनके अलावा जो बिजली चोर पकड़े नहीं जाते उनकी संख्या अलग है।
आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) में सालाना 140 करोड़ और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) में 135 करोड़ रुपये की बिजली चोरी होती है। साल 2022-23 की बात करें तो प्रदेशभर में कुल 3,30,678 कनेक्शन जांचे गए। इनमें से 82,243 कनेक्शनों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। बिजली चोरी पर 275 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका गया और इसमें से 166 करोड़ रुपये की वसूली हुई।
22.54 लाख उपभोक्ताओं पर 7400 करोड़ बकाया
प्रदेश के 22.54 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर 7400 करोड़ रुपये बकाया है। इनमें से 16 लाख ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर 4,295 करोड़ रुपये बकाया हैं और इनके कनेक्शन जुड़े हैं। इनके अलावा छह लाख उपभोक्ताओं पर 3,166 करोड़ रुपये का बिल बकाया है और निगम ने इनके कनेक्शन काटे हैं। दोनों निगमों की बात करें तो यूएचबीवीएन के 7.77 लाख उपभोक्ताओं पर 2,365 करोड़ रुपये और डीएचबीवीएन के 14 लाख उपभोक्ताओं पर 5,096 करोड़ रुपये बकाया है। प्रदेश में कुल बिजली उपभोक्ता 76 लाख हैं।
साल बिजली चोरी के केस
- 2013 16496
- 2014 9239
- 2015 16095
- 2016 22633
- 2017 95407
- 2018 55225
- 2019 28328
- 2020 62605
- 2021 65328
- 2022 82087
- 2023 36697 (जुलाई तक)