भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को घेर रहा विपक्ष बजट पेश होने के बाद कर्ज को लेकर सरकार पर आक्रामक है। विपक्ष ने बजट पर चर्चा के दौरान सरकार पर हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लेकर कई विधायकों ने कहा है कि आज प्रदेश पर कर्ज की स्थिति को देखा जाए तो यहां जन्म लेने वाला हर बच्चा अपने सिर पर एक लाख का कर्ज लेकर आता है। इस पर सीएम मनोहर लाल ने जवाब देते हुए कहा, ‘यदि आप कहते हैं कि एक लाख का कर्ज बच्चे-बच्चे पर है तो यह भी जान लें कि आज हमारी प्रदेश की जो प्रॉपर्टी की वेल्यू एसेट है, उसके अनुसार यहां जन्म लेने वाला बच्चा 12.91 लाख रु. का मालिक भी है। मैं यह नहीं कहता ही वह मालिक बन ही गया। लेकिन जिस प्रकार आप कर्ज बता रहे हो, उसी के अनुसार मैं यह बात कह रहा हूं। यानी इस हिसाब से हमारी प्रॉपर्टी की कीमत भी बढ़ी है। जैसे हम लोन लेते हैं तो उसमें भी प्रदेश की वेल्यू एसेट मायने रखती है।’ उल्लेखनीय है कि इस वक्त प्रदेश पर 1 लाख 99 हजार करोड़ रु. का कर्ज है। जबकि बजट 1,55,645.45 करोड़ रुपए का पेश किया गया है नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमारे वक्त साल 2013-14 में प्रदेश पर 60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था। आपने इतना कर्ज कैसे ले लिया। आप कर्ज लेकर घी पीने का काम कर रहे हैं। आज नहीं संभले तो आगे बहुत मुश्किल होगी। इसलिए अभी भी समय है। कर्ज को ज्यादा न बढ़ाया जाए।’ सीएम मनोहर लाल ने कहा, ‘मार्च 2015 में पेश बजट में उदय का 26 हजार करोड़ रुपए का कर्ज सरकार ने अपने ऊपर ले लिया था, क्योंकि बिजली कंपनियां घाटे में थीं। यदि कर्ज नहीं लेते तो कंपनियों पर कर्ज आज 50 हजार करोड़ रुपए होता। इसकी जिम्मेदारी आपकी सरकार है। यह कर्ज आपके हिस्से में जोड़ें तो आपने प्रदेश पर 96 हजार करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ा था।’