कुएं की 3 तरफ से खुदाई शुरू: 75 घंटे से दबा है किसान

Parmod Kumar

0
545

हिसार जिले के स्याहड़वा गांव में किसान जयपाल की बॉडी अभी कुएं में ही फंसी है। सेना और NDRF के जवान रात को दो बार बॉडी के पास थे, लेकिन दोनों ही बार उपर से मिट्‌टी गिरने से बॉडी दब गई। फिलहाल किसान डेढ़-दो क्विंटल मिट्‌टी के नीचे फंसा है। दिक्कत यह आ रही है कि कुएं में गिरी ईंटों को निकालने के लिए खुदाई मे जोर लगाया जाता है तो उपर से मिट्‌टी आ जाती है। जवानों के दबने का खतरा भी हर समय बना रहता है। अब खुदाई का काम दोबारा शुरू हो गया है। कुएं के तीन ओर से मिट्‌टी काे पूरी तरह से हटाकर जवान अंदर जाएंगे। दोपहर ढ़ाई बजे तक मिट्टी हटा कर नीचे जाने का टारगेट सेना-NDRF ने तय किया है। स्याहड़वा गांव में मौत के कुएं में मंगलवार रात को 11 बजे के करीब और फिर बुधवार सुबह पौने तीन बजे के करीब मिट्‌टी गिर गई। सुबह पौने 3 बजे के करीब यह हादसा तब हुआ, जबकि सेना ओर NDRF के जवान किसान जयपाल हुड्‌डा की बॉडी के पास पहुंच कर हाथ से मिट्‌टी हटाने में लगे थे। कुएं में रजवाहे की तरफ की मिट्‌टी की थेह गिरी है। इस दौरान कुएं में नीचे काम कर रहे जवानों को भी मुश्किल से बाहर निकाला जा सका। इस बीच जयपाल का शव सड़ने लगा है। उसमें से उठ रही बदबू की वजह के कुएं में काम करने के लिए के उतर रहे सेना और एनडीआरएफ के जवानों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। जयपाल की बॉडी अब फिर से मिट्‌टी के नीचे दब गई है। इसे निकालने के लिए साढ़े 3 बजे के करीब दो पोकलेन मशीनों को मिट्‌टी खुदाई के काम में लगाया गया। इस बीच एक पोकलेन मशीन भी खराब हो गई। सुबह पांच बजे गांव स्याहड़वा के मंदिर के लाउडस्पीकर से अनाउंसमैंट कर गांव के लोगों से 15 ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंचने को कहा गया है। ट्रैक्टरों से कुएं से निकाली जा रही मिट्‌टी को दूर किया जाएगा। किसान जयपाल हुड्‌डा को कुएं में फंसे हुए 72 घंटे हो गए हैं। मिट्‌टी और ईंटों के नीचे दबने से उसकी मौत हो चुकी है और शरीर पानी में पड़े होने के कारण फूला हुआ था। किसान को निकालने के लिए सेना और NDRF की टीम करीब 62 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं। बचाव दल किसान बॉडी तक पहुंचने के बाद भी उसे बाहर नहीं निकाल पाया। अचानक मिट्‌टी गिरने से उनके कई जवान की जान पर भी बन आयी थी।