बोले जब तक समस्याएं नहीं सुनेंगे तब तक जेई को नहीं करेंगे रिहा चौटाला गांव के किसानों ने सोमवार को आसाखेड़ा नहर की री-लाइनिंग में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए धरना शुरू किया है। मौके पर पहुंचे नहरी विभाग के दो जेई को बंधक बनाकर किसानों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया, और बोले जब तक समस्याएं नहीं सुनेंगे तब तक जेई को रिहा नहीं करेंगे
कार्य में बरती जा रही है अनियमितता
किसानों ने आरोप लगाया कि नहरी विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से री-लाइनिंग के कार्य में अनियमितता बरती जा रही है। पेड़ों की जड़ों पर नहर बनाई जा रही है। एक सप्ताह पहले बनी नहर में दरारें नजर आने लगी हैं। किसानों ने कहा कि करीब चार दशक बाद नहर की री-लाइनिंग हो रही है, जिस पर करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। सीएम घोषणा से यह कार्य हो रहा है।
साढ़े तीन करोड़ रुपये होंगे खर्च
किसानों ने कहा कि करीब चार दशक बाद नहर की री-लाइनिंग हो रही है, जिस पर करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। सीएम घोषणा से यह कार्य हो रहा है।
बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही री-लाइनिंग का कार्य
बताया जा रहा है की आसाखेड़ा नहर की री-लाइनिंग का कार्य हिसार की बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। कंपनी संचालक रोहताश कुमार तथा रविंद्र कुमार का कहना है कि वे एग्रीमेंट के मुताबिक काम कर रहे हैं।लेकिन, किसानों का कहना है अब तक जितना निर्माण कार्य हुआ है, सारे कार्य की जांच होनी चाहिए।