किसानों का दिल्ली मार्च आज पुलिस ने राजधानी से लगे सभी बॉर्डर पर बढ़ाई चौकसी

Parmod Kumar

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मंगलवार को रैली में किसान नेता डॉ. दर्शन पाल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसानों की मानी गईं मांगों को तुरंत लागू किया जाए। इनमें एमएसपी की कानूनी गारंटी व खरीद, किसान-मजदूरों की कर्जामुक्ति, लखीमपुर खीरी कांड के आरोपियों को सख्त सजा देने, किसानों पर दर्ज केस वापस लेना शामिल हैं। रैली के मंच से संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली किसान महापंचायत में भारी संख्या में शामिल होने की घोषणा की गई। इस मौके पर किसानों ने जुलूस की शक्ल में त्रिपड़ी बाजार से डीसी आफिस तक रोष प्रदर्शन निकाला।

संयुक्त किसान मोर्चा की मुख्य जत्थेबंदियों बीकेयू उगराहां, क्रांतिकारी किसान यूनियन और बीकेयू डकौंदा (धनेर) ने मंगलवार को पटियाला के पुड्डा ग्राउंड में एक विशाल रैली की। इस मौके पर बड़ी संख्या में जुटे किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत बाकी सभी मांगों को जल्द पूरा करने की अपील की। मांगों के पूरा न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई।

किसान नेताओं अवतार सिंह कौरजीवाला, दविंदर सिंह पुनिया ने कहा कि 21 फरवरी को शंभू व खनौरी बॉर्डरों पर शांतमयी ढंग से आगे बढ़ रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस प्रशासन ने गैर संवैधानिक ढंग से आंसू गैस के गोले छोड़े थे और गोलियां तक चलाई थीं। यह बेहद शर्मनाक व असहनीय है और इसका जिक्र पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से लिए गए नोटिस में भी दर्ज हो चुका है।

किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, ‘आज केएमएम और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) द्वारा शुरू किए गए विरोध प्रदर्शन का 23वां दिन है। पहले एक घोषणा की गई थी कि अन्य राज्यों के किसान शामिल होंगे, आज से दिल्ली की ओर मार्च शुरू करें लेकिन दूर-दराज से आने वाले किसान आज दिल्ली नहीं पहुंच पाएंगे। मध्य प्रदेश, बिहार या दक्षिण भारत से सड़क या ट्रेन से आने वाले किसान आज नहीं पहुंचेंगे, दूर से आने वाले किसानों को दिल्ली पहुंचने में कम से कम 2 से 3 दिन लगेंगे। इसलिए 10 मार्च तक स्थिति साफ हो जाएगी।