सरसों की एमएसपी पर 26 मार्च से सरकारी खरीद करने की घोषणा के चार दिन बाद आढ़तियों व प्रशासन के बीच सहमति बनने के बाद आखिरकार खरीद शुरू हो गई है। खरीद के पहले दिन चरखी दादरी की अनाज मंडी के बाहर हजारों किसान फसल लेकर पहुंचे। करीब दो किलोमीटर लंबी लाइनों में लगे किसानों के वाहनों के चलते जाम की स्थित बनी रही। खरीद को लेकर हो रही मारामारी के चलते प्रशासन व पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं किसानों ने बैकडोर व पैसे लेकर टोकन देने के आरोप भी लगाए। साथ ही प्रशासन व सरकार से खरीद व्यवस्था में सुधार करने की मांग उठाई।
बता दें कि सरसों की सरकारी खरीद शुरू होने के बाद से ही स्थानीय अनाज मंडी के आढ़ती उनके जरिए सरसों की खरीद नहीं किए जाने पर खरीद का विरोध कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने धरना प्रदर्शन भी किया और खरीद का बहिष्कार किया था। जिसके चलते मंडी में खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से नहीं चल पाई थी, लेकिन रविवार शाम को अनाज मंडी के आढ़तियों, प्रशासनिक अधिकारियों, मार्केट कमेटी के अधिकारी, चरखी दादरी विधायक व खरीद एजेंसी के प्रतिनिधि आदि के बीच बैठक आयोजित की गई थी। जिसके काफी विचार-विमर्श के बाद आढ़ती सोमवार से खरीद शुरू करने पर राजी हो गए थे। जिसके चलते आज से खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चलने व इसमें तेजी आने की उम्मीद थी। उसी के अनुरूप आज अल सुबह से ही बड़ी संख्या में किसानों ने मंडी पहुंचना शुरू कर दिया था। जिसके चलते किसानों के वाहनों की लंबी लाईन लगी हुई है और उन्हें फसल बेचने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
मंडी में फसल लेकर पहुंचे किसान करतार रानीला, राजेश लोहरवाड़ा व सतबीर सिंह इत्यादि ने मंडी कर्मियों पर पैसे लेकर टोकन जारी करने के आरोप लगाए। साथ ही कहा कि व्यापारियों के वाहनों की बैकडोर से एंट्री करवाई जा रही है। वे अल सुबह से लाइनों में लगे हैं, लेकिन उनकी एंट्री नहीं हुई है। ऐसे ही हालात रहे तो किसान अपनी सरसों की फसल कैसे बेच पाएंगे। वहीं मार्केट कमेटी सह सचिव विकास कुमार ने बताया कि दो सरसों की सरकारी खरीद के मद्देनजर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक किसानों को गेट पास जारी किए जाएंगे।
प्रदेश की अनाज मंडियों में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होनी है, लेकिन चरखी दादरी अनाज मंडी में गेहूं की आवक शुरू नहीं हुई है। क्षेत्र में अभी गेहूं की कटाई का कार्य शुरू हुआ है जिसके चलते गेहूं निकालने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है और गेहूं की आवक कुछ दिन बाद होने की संभावना है।