सीएम नायब सिंह सैनी की मंगलवार को उकलाना में रैली थी। उन्हें दोपहर करीब 1.30 बजे आना था। उनके आने से पहले ही किसान सूरेवाला चौक पर एकत्र होने लगे। किसान रैली स्थल की ओर जाने लगे तो पुलिस ने रोक लिया। सुरेवाला चौक पर पहुंचे किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
किसान नेता सरदानंद राजली ने कहा कि हम सीएम नायब सिंह सैनी से पूछने जाएंगे कि कौन है 750 किसानों की मौत का जिम्मेदार? किसान जब कोई आंदोलन करे तो बीजेपी सरकार दमन करती है, क्या ये लोकतंत्र की हत्या नहीं? क्या किसान-मजदूर इस देश का नागरिक नहीं? पूंजीपतियों के करोड़ो रुपये का कर्जा माफ, किसान आंदोलन करे तो लाठी गोली ऐसा क्यों? किसान जब पैदल दिल्ली जा रहे थे तब भी किसान-मजदूरों को रोका गया? मजदूरों पर, कर्मचारियों, आंगनबाड़ी वर्कर्र पर सभी पर लाठियां क्यों चलवाई?
किसानों ने बताया कि सुरेवाला चौक पर 40 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया है। जिसमें सरदानन्द राजली, सुरेंद्र लितानी, मियां सिंह बिठमड़ा, दशरथ मलिक, सतबीर खेदड़, नरेश भ्याण, अमरजीत कुंडू, सतीश जांगड़ा, ईश्वर वर्मा, विरेंद्र नैन क्रांतिकारी, स्वराज बुढाखेड़ा, कृष्ण देपल, सत्यवान खेदड़, हर्षदीप गिल, रमेश, दयानन्द ढुकिया, राजा मैंबर, राजेंद्र छान, रामफल सेलवाल, विरेंद्र चाहार, सोनू बोबुआ, राजा हसंनढ, खेतुराम भेरिया, राजू भगत, धोला जेवरा, मास्टर धूप सिंह, सत्यनारायण कोहाड़, कृष्ण, घासीराम, रोशन लाल, सतपाल, रामस्वरुप ढाका, सतपाल, दलबीर पातड, रमेश बोबुआ, नरेश बिठमड़ा, बिंद्र पूर्व सरपंच बिठमड़ा, रणधीर लितानी, बलवान नैन, अमित नैन, बसाऊ राम आदि को गिरफ्तार कर बरवाला थाना में लाया गया।