डल्लेवाल ने कहा कि 16 जुलाई को चंडीगढ़ के किसान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों मोर्चा आगामी रणनीति का एलान करेंगे। इसके बाद 17 जुलाई को नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए अंबाला की मंडी में एकत्रित होकर एसपी अंबाला का घेराव करेंगे।
22 जुलाई को दोनों मोर्चा का साझा सम्मेलन नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में होगा, जिसमें देश के 200 किसान संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि कोर्ट ने हरियाणा सरकार को बैरिकेड हटाने का आदेश दिया है। इससे किसानों में दिल्ली चलो मार्च को लेकर उत्साह है।
फरवरी से किसान दातासिंहवाला बॉर्डर पर डटे हुए हैं। उनको रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने बैरिकेड लगाकर हाईवे को बंद किया हुआ है। फिलहाल रोडवेज बसों तथा अन्य वाहन लिंक मार्ग से चल रहे हैं। हाईवे बंद होने से आसपास के ग्रामीण परेशान हैं। हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को बैरिकेड हटाने के आदेश दिए हैं, लेकिन दातासिंहवाला बॉर्डर पर अभी भी रखे हैं।
इस अवसर पर इंद्रजीत कोटबुढा, जसविंदर लोंगोवाल, लखविंदर सिंह औलख, बलदेव सिंह जीरा, सुखजिंदर सिंह खोसा, सतनाम सिंह बहरू, मंजीत सिंह राय, सुखजीत सिंह हरदोझंडे, काका सिंह कोटज, अभिमन्यु कोहाड़, गुरदास सिंह लक्कड़वाली, राजेंद्र सिंह चहल, गुरिंदर सिंह भंगू, अमरजीत सिंह रड़ा, हरसुलिंदर सिंह, रघुवीर सिंह पंगाला, गुरनाम सिंह, शेरा अटवाल, संदीप सिंह, मनिंदर सिंह मान, बचित्र सिंह कोटला मौजूद रहे।