पंजाब में जालंधर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग व रेलवे ट्रैक चौथे दिन भी जाम है लेकिन राहत की बात है कि किसानों ने पंजाब बंद की कॉल वापस ले ली है। किसानों के साथ प्रशासन की लंबी बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि मंगलवार को किसानों की तीन बजे पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठक होगी, जिसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह गन्ना खरीद के नए रेट की घोषणा कर सकते हैं किसान नेता मनजीत सिंह राय ने कहा कि हमने साबित कर दिया कि गन्ने की प्रति क्विंटल लागत 470 रुपये आ रही है फिर भी हम पहले 400 रुपये की मांग कर चुके हैं तो उसी पर कायम रहेंगे। उन्होंने पंजाब बंद की कॉल को वापस ले लिया है। मंगलवार को चंडीगढ़ में तीन बजे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठक होगी, उसके बाद भी अगर सुनवाई नहीं हुई तो फिर पंजाब बंद का एलान किया जाएगा। तब तक जालंधर में राष्ट्रीय राजमार्ग व रेलवे ट्रैक जाम रहेगा।
कैप्टन सरकार ने गन्ने की कीमत 325 रुपये प्रति क्विंटल तय की है। किसान नेताओं का कहना है कि इसे बढ़ाया जाए, गन्ना किसानों ने 20 अगस्त से हाईवे जाम करने की घोषणा की थी, जिसके बाद चार दिन से रेल व राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप है। इसमें गन्ने की कीमत 400 रुपये करने व 200 करोड़ का बकाया देने की मांग थी।
सोमवार को चंडीगढ़ से कई वरिष्ठ अधिकारी जालंधर पहुंचे और किसानों के साथ बैठक की। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों से आग्रह किया कि वह धरना प्रदर्शन उठा लें, मंगलवार को सीएम के साथ उनकी बैठक करवाकर मामला खत्म कर दिया जाएगा। किसानों ने यह बात तो मान ली है कि वह पंजाब बंद नहीं करेंगे लेकिन धरना नहीं उठाया जाएगा। लिहाजा, मंगलवार को सीएम से होने वाली बैठक पर सबकी निगाहें हैं।
रेलवे ने यात्रियों को 53.65 लाख रुपये किया वापस
रेल डिवीजन फिरोजपुर की रेल मंडल प्रबंधक सीमा शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि किसान आंदोलन के चलते डिवीजन से चलने वाली कई ट्रेनें रद्द की गई थीं। इन ट्रेनों में लोग सफर नहीं कर सके थे, इसीलिए उन्हें डिवीजन ने 53.65 लाख रुपये वापस कर दिए हैं। डीआरएम ने कहा कि ट्रेनों के रद्द होने से 12300 यात्री सफर नहीं कर सके थे। इसीलिए उन्हें रेलवे ने 53.65 लाख रुपये का रिफंड किया है। रिफंड 20 अगस्त से लेकर 23 अगस्त तक का है।