Fastag Rule Change: Fastag पर 18 फरवरी को करें ये काम नहीं तो Toll Tax दोगुना,

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Fastag Rule Change: Fastag पर 18 फरवरी को करें ये काम नहीं तो Toll Tax दोगुना,

 

 

फास्ट टैग उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ी खबर! नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फास्ट टैग से जुड़े नए नियम लागू कर दिए हैं। इन नियमों का उद्देश्य टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम को कम करना और यात्रा को सुगम बनाना है। आइए जानते हैं इन नए प्रावधानों के बारे में विस्तार से।


फास्ट टैग में लो बैलेंस होने पर ब्लैकलिस्टिंग

अगर आपके फास्ट टैग में पर्याप्त बैलेंस नहीं है या समय पर रिचार्ज नहीं किया गया है, तो आपका फास्ट टैग ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। ऐसे में टोल पार करने के लिए आपको दोगुना शुल्क देना पड़ सकता है।

ब्लैकलिस्टिंग का कारण क्या है?

पहले, जब कोई वाहन टोल प्लाजा पर पहुंचता था और उसके फास्ट टैग में बैलेंस कम होता था, तो वहां से ही तुरंत रिचार्ज करने की सुविधा थी। इससे टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग जाती थीं, जिससे अन्य यात्रियों को असुविधा होती थी। इसी समस्या को दूर करने के लिए यह नया नियम लागू किया गया है।


टोल प्लाजा पर पहुंचने से 1 घंटे पहले करना होगा रिचार्ज

अब अगर आप टोल प्लाजा पर जाने से ठीक पहले अपने फास्ट टैग को रिचार्ज करते हैं, तो यह तुरंत एक्टिव नहीं होगा। इसे कम से कम 1 घंटे पहले रिचार्ज करना अनिवार्य होगा।

उदाहरण:

मान लीजिए, आप शाम 5:40 बजे किसी टोल प्लाजा पर पहुंचने वाले हैं, और आपके फास्ट टैग में पर्याप्त बैलेंस नहीं है। यदि आप ठीक 5 बजे रिचार्ज करते हैं, तो यह नियम के अनुसार अमान्य रहेगा और आपका फास्ट टैग ब्लैकलिस्ट हो सकता है। इससे बचने के लिए आपको कम से कम 4:40 बजे तक रिचार्ज कर लेना चाहिए।


ब्लैकलिस्ट होने पर क्या होगा?

यदि आपका फास्ट टैग ब्लैकलिस्ट हो जाता है, तो आपको टोल टैक्स दोगुना भरना होगा। उदाहरण के लिए, यदि टोल शुल्क ₹150 है, तो आपको ₹300 देने पड़ सकते हैं।

फास्ट टैग ब्लैकलिस्ट होने के अन्य कारण:

  1. बैलेंस की कमी: यदि आपके फास्ट टैग में पर्याप्त बैलेंस नहीं होगा, तो यह ब्लैकलिस्ट हो सकता है।
  2. RTO रिकॉर्ड में गड़बड़ी: यदि वाहन का इंजन नंबर, चेसिस नंबर या अन्य विवरण RTO के रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते, तो भी फास्ट टैग ब्लैकलिस्ट हो सकता है।
  3. KYC अपडेट न होना: यदि आपने फास्ट टैग से जुड़ी केवाईसी जानकारी अपडेट नहीं की है, तो यह भी ब्लैकलिस्टिंग का कारण बन सकता है।

ब्लैकलिस्ट हुए फास्ट टैग को कैसे करें एक्टिव?

  1. रिचार्ज करें: ब्लैकलिस्ट हुए फास्ट टैग को दोबारा एक्टिव करने के लिए आपको इसे तुरंत रिचार्ज करना होगा।
  2. KYC अपडेट करें: अगर केवाईसी संबंधी कोई समस्या है, तो इसे अपडेट करने के बाद आपका फास्ट टैग पुनः सक्रिय हो जाएगा।
  3. RTO रिकॉर्ड सुधारें: यदि वाहन की जानकारी सही नहीं है, तो उसे सही करवाने के बाद ही फास्ट टैग एक्टिव होगा।

टोल प्लाजा से गुजरने के बाद 10 मिनट तक नहीं कर सकते रिचार्ज

अगर आप किसी टोल प्लाजा से गुजर चुके हैं, तो इसके तुरंत बाद फास्ट टैग को रिचार्ज नहीं कर सकते। आपको कम से कम 10 मिनट इंतजार करना होगा।


नए नियमों के लाभ

  1. ट्रैफिक जाम में कमी: अब फास्ट टैग रिचार्ज के कारण टोल प्लाजा पर लंबी कतारें नहीं लगेंगी।
  2. यात्रा होगी सुविधाजनक: यात्रियों को टोल प्लाजा पर ज्यादा रुकना नहीं पड़ेगा, जिससे समय की बचत होगी।
  3. पर्यावरण को लाभ: ट्रैफिक कम होने से ईंधन की खपत कम होगी, जिससे पर्यावरण को भी फायदा होगा।

फास्ट टैग की वैधता और शुरुआत

  • फास्ट टैग की वैधता 5 वर्ष होती है।
  • इसकी शुरुआत अप्रैल 2016 में की गई थी।

निष्कर्ष

अगर आपके पास वाहन है और आप हाईवे पर यात्रा करते हैं, तो इन नए नियमों का पालन करना जरूरी है। हमेशा ध्यान रखें कि टोल प्लाजा पहुंचने से कम से कम 1 घंटे पहले फास्ट टैग रिचार्ज कर लें, ताकि किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।

तो अगली बार सफर से पहले अपने फास्ट टैग का बैलेंस जरूर चेक करें!