रोहतक के कबूलपुर में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। आरोपी पिता ने जहर देने के बाद कड़वाहट के चलते बच्चों को शक न हो इसलिए रसगुल्ला भी खिलाया।

हरियाणा के रोहतक के कबूलपुर गांव में अपने चार बच्चों को पिता ने दांत साफ करने का पाउडर बताकर सल्फास की गोली पिसकर दी थी। बच्चों को कड़वाहट के चलते शक न हो जाए, इसलिए ऊपर से एक-एक रसगुल्ला खिला दिया। थोड़ी देर बाद बच्चों ने उल्टी करनी शुरू कर दी। आरोपी पत्नी को फोन करके मौके से फरार हो गया। बाद में तीन बच्चियों ने दम तोड़ दिया। एक उपचाराधीन हैं। शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस अब पत्नी के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है।
पुलिस को प्रांरभिक जांच में पता चला है कि कबूलपुर निवासी सुनील कुमार अपने परिवार के साथ गांव में रहता है। जबकि उसका भाई सुरेंद्र बहादुरगढ़ में रह रहा है। सुनील कारपेंटर का काम करता है। साथ ही अब धान के सीजन में कटाई और झड़ाई का काम कर रहा था। बताया जा रहा है कि उसने कर्ज ले रखा है, इसके चलते वह परेशान रहता था।
सुबह खेत में पत्नी के साथ काम करने चला गया। दोपहर वापस आकर चारों बच्चों को जहरीला पाउडर दे दिया। जब बच्चों की तबीयत बिगड़ी तो बड़ी बेटी पड़ोस के चाचा सुंदर के पास पहुंची और पूरे मामले से अवगत कराया। तत्काल मामले की सूचना बच्चों की मां सुमन को दी गई। वह घर पहुंची तो बच्चों ने उल्टियां कर रखी थीं।
तत्काल चारों को पीजीआई ले जाया गया, जहां बड़ी बेटी 10 वर्षीय निशिका व सात वर्षीय दीक्षा, एक साल के देव की मौत हो गई। जबकि साढ़े 8 वर्षीय हीना की हालत गंभीर है। हिना के बारे में 72 घंटे से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता।
पत्नी को कॉल कर पूछा- क्या रहा बच्चों का, फिर फोन बंद कर लिया
बताया जा रहा है कि आरोपी ने जहरीला पाउडर देने के बाद पत्नी को कॉल की कि उसने बच्चों को जहर दे दिया है। अब खुद मरने जा रहा है। इसके बाद चार बजे दोबारा कॉल आई। बोला, बच्चों का क्या रहा। पत्नी ने बताया कि दो बेटियों की मौत हो गई है। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल बंद कर लिया।
भाई बाेला-कर्जा है तो बच्चों को थोड़ा मारेगा
पीजीआई पहुंचे भाई सुरेंद्र बच्चों की मौत से बेहद व्याकुल नजर आए। कहा-भाई पर कर्जा था पर इसका मतलब यह नहीं कि वह बच्चों की जान ले लेगा। इस कदम के लिए उसे माफ नहीं किया जा सकता।
जिला पार्षद भी पहुंचे पीजीआई, परिवार को दी सांत्वना
घटना की सूचना पाकर जिला परिषद के पार्षद एवं गांव कबूलपुर निवासी जयदेव भी पीजीआई पहुंचे और दुख की घड़ी में परिवार को सांत्वना दी। साथ ही पुलिस प्रशासन ने न्याय की मांग की।