कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा दान प्रेम, ज्ञान और स्नेह का है। जैसे अन्न दान करोगे, तो अन्न आएगा। धन दान करोगे तो धन की प्राप्ति होगी और प्रेम का दान करोगे तो दूसरों से प्रेम की प्राप्ति होती है।
श्री रूद्रेश्वर महादेव संघ समिति बांसपारा कुकरेल एवं सभी शिव भक्तों के तत्वावधान में धमतरी जिले के ग्राम पंचायत कांटाकुर्रीडीह में आयोजित शिव महापुराण कथा का आयोजन रहा है। इसी दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि तीन चीजें सुधारकर रखोगे तो परमात्मा से मिलने में देरी नहीं होगी। तीन चीजों में नीयत, नीति और नजर है। तीनों को सुधार लें, तो परमात्मा की प्राप्ति अवश्य हो जाएगी। जीवन धन्य हो जाएगा।
- जहां स्त्री का सम्मान, आदर और इज्जत नहीं हुआ, तो भविष्य में रामायण और महाभारत का होना तय है। रावण की नीयत बिगड़ी तो रामायण हुआ और कौरवों की नीयत बिगड़ी तो महाभारत हुआ।
- आज छोटी-छोटी बच्चियों, युवतियों के साथ गलत हो रहा है। मोबाइल पर अश्लीलता देखी जा रही है. इससे गलत नीयत, नीति व नजर उत्पन्न हो रही है। बेटियों व घरों की स्त्रियों की रक्षा स्वयं को करनी होगी।
- कॉलेज, स्कूल भेज रहे हो, तो बच्चियों व युवतियों को तलवार, भाला, डंडा चलाने तथा कराते सीखाकर आत्मबल दीजिए। भारत की बेटियां नौकरी करेगी। खूब पढ़ेगी और शादियां मां-बाप के इच्छा से करें।
- किसी भी धर्म के दिखावे पर न जाए। लोभ में न जाए। दूसरों के चक्कर में न पड़ो और दूसरे धर्मों को न अपनाएं, इसलिए नीति, नीयत और नजर हमेशा ठीक रखें।