हरियाणा में ई-टेंडरिंग को लेकर बवाल मचा हुआ है। CM आवास घेराव के लिए जा रहे सरपंचों पर पंचकूला में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें 100 से अधिक सरपंच घायल हो गए हैं।वहीं पंचकूला पुलिस ने देर रात 4 हजार सरपंचों के खिलाफ IPC की 10 धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। इधर, सरपंचों ने भी चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर पर ही पक्का धरना लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
ऐसे चला घटनाक्रम
ई-टेंडरिंग के विरोध में प्रदेश भर से सरपंच पंचकूला के शालीमार ग्राउंड में सुबह 11 बजे से एकत्र होना शुरू हुए। दोपहर 1 बजे लगभग 5 हजार की संख्या में सरपंचों ने चंडीगढ़ के लिए कूच किया। दो बजे के करीब वह शालीमार ग्राउंड से रवाना हुए। 3 बजे के करीब सभी सरपंच हाउसिंग चौक बॉर्डर पर पहुंचे, जहां चंडीगढ़ कूच के दौरान सरपंचों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई।
हरियाणा में सरपंचो की 5 बड़ी मांगे हैं :-
- it to recall act सबसे पहले सांसद और विधायक पर लागू हो अन्या सरपंचो पर से भी हटया जाए
- सविधान के 73वे संशोधन की 11वी सूची के 29 अधिकार तथा बजट पंचायतो को डायरेक्ट दिए जाएं
दो बार हुई वार्ता विफल
प्रदर्शन कर रहे सरपंचों को सूचना मिली कि सरकार वार्ता के लिए तैयार है। इसके बाद 3:30 बजे सरपंचों का प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ। हालांकि मुलाकात नहीं होने पर सरपंच वापस आ गए। 4 बजे के करीब ओएसडी भूपेश्वर दयाल पहुंचे, लेकिन बात नहीं बन सकी और वह वापस लौट गए।
यहां से बिगड़ी बात
लगभग दो घंटे के दौरान दो बार वार्ता विफल होने के बाद सरपंचों ने फिर से प्रदर्शन शुरू किया। हालात बेकाबू होने पर पंचकूला पुलिस ने 4.30 बजे प्रदर्शन कर रहे सरपंचों पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 100 से अधिक सरपंच घायल हो गए। रात लगभग 11 बजे पंचकूला पुलिस ने सरपंचों के खिलाफ 147/148/149/323/332/353/325/186/188/283 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
सीएम कर चुके हैं ना
ई टेंडरिंग को रद्द किए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं। मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि इस नई व्यवस्था से गांवों में विकास कार्य सुचारु होंगे साथ ही पारदर्शिता भी आएगी। उनकी इस नई व्यवस्था की तारीफ हरियाणा दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कर चुके हैं।