
नेशनल हाईवे-44 स्थित अपैक्स ग्रीन सोसायटी के 14 मंजिला हाईराइज टावर में आग लग गई। इस हादसे में 7वें से 11वें फ्लोर तक के 15 फ्लैट जलकर राख हो गये। सोनीपत दमकल विभाग के पास हाईड्रोलिक लैडर नहीं होने के चलते बड़ी मशक्कत से जैसे-तैसे लोगों को नीचे उतारा। करीब तीन घंटे तक लोगों की सांसें अटकी रहीं। दिल्ली से आई टीम ने सोनीपत की टीम के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
इसी क्रम में रात को एक बजे दिल्ली से एक हाइड्रोलिक लैडर पहुंची, तब जाकर 8वीं, 9 वीं, 10वीं व 11 मंजिल पर फंसे 12 लोगों को बचाया जा सका। आग की सूचना मिलने पर मेयर निखिल मदान, डीसी डॉ. मनोज कुमार, एसडीएम अमित खोखर समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सोसाइटी के लोगों में रोष भड़क गया। महिलाओं ने अव्यवस्थाओं को लेकर डीसी को खरी-खोटी सुनाई। डीसी ने आग के इस मामले में जांच के लिए कमेटी बनाने आदेश दिए हैं।
सोमवार शाम को सोसायटी में हुई बैठक में बिल्डर के मैनेजर ने पीड़ितों को 50-50 हजार रुपये की मदद की घोषणा की। बैठक में मैनेजर ने कहा जिन लोगों के घर जले हैं, उनका पुनर्निर्माण कराया जाएगा।
बता दें कि नेशनल हाईवे-44 पर कुमासपुर गांव के सामने अपैक्स ग्रीन सोसायटी के सी टावर की 7वीं मंजिल के एक फ्लैट में शनिवार रात को करीब 11.30 बजे आग लग गई। कुछ ही देर में आग पूरे फ्लैट में फैल गई। दरवाजे पर डिजिटल लॉक लगा होने से दरवाजा जाम हो गया। परिवार के तीन लोग उसमें फंस गए। फायर ब्रिगेड की टीम व पुलिस मौके पर पहुंची। सोसायटी के लोग भी परिसर में जमा हो गए। फ्लैट का दरवाजा नहीं खुलने पर परिवार के तीनों लोग बालकनी में पहुंचे और आग से खुद को बचाया। दमकल विभाग के पास ऊंची सीढ़ी नहीं होने पर बड़ा रिस्क लेकर बेडशीट की रस्सी के सहारे तीनों लोगों को फ्लैट से नीचे उतारा गया। इसके बाद हवा तेज होने से आग ने 8वीं, 9वीं, 10वीं व 11वीं मंजिलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। ऊपर की मंजिल में रहने वाले परिवार भी आग में फंस गये।
सोनीपत दमकल विभाग के पास 7वीं मंजिल तक पहुंचने का कोई साधन नहीं था। बाद में दिल्ली से हाइड्रोलिक लैडर मंगवाई गई। रात को एक बजे लैडर पहुंचने पर अन्य फंसे लोगों को सुरक्षित बचाया गया। अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र ने बताया कि दिल्ली से हाइड्रोलिक लैडर आने के बाद दो महिलाओं, दो बच्चों व एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया।
आग लगने का कारण शार्ट-सर्किट बताया जा रहा है। दिल्ली से हाइड्रोलिक लैडर मंगाकर लोगों को सुरक्षित निकाला गया। जहां- जहां आग लगी थी वो साइट क्लियर की गई। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। कमेटी एक सप्ताह तक अपनी रिपोर्ट देगी। कमेटी की जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम की हाउस की अगली बैठक में प्राथमिकता के आधार पर सोनीपत के लिए अत्याधुनिक दमकल गाड़ियां मंगवाने का प्रस्ताव रखा जाएगा, जिससे किसी अनहोनी से समय रहते निपटा जा सके।

















































