संतकबीरनगर के बीजेपी के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का बुधवार की रात गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया। वो करीब 50 वर्ष के थे। शरद त्रिपाठी लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन के बाद उनके समर्थकों में शोक की लहर है। उनके निधन की जानकारी के बाद भाजपा के कई नेता और पूर्व सांसद के रिश्तेदार गुरुग्राम के लिए निकल गए।
पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का निधन
देवरिया के सांसद और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी के बेटे शरद त्रिपाठी 2014 में भाजपा के टिकट पर संतकबीरनगर से सांसद बने थे। बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी के मुताबिक शरद त्रिपाठी को लिवर सिरोसिस बीमारी के कारण कुछ दिन पहले मेदांता में भर्ती कराया गया था। शरद त्रिपाठी स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की दिक्कतों से जूझ रहे थे।
जूताकांड के बाद चर्चा में आए
हालात बिगड़ने पर सांसद डॉ.रमापति त्रिपाठी और पूरा परिवार गुरुग्राम चला गया था। जिला उपाध्यक्ष के मुताबिक बुधवार की रात 11 बजे शरद त्रिपाठी के निधन की सूचना यहां मिली। शरद त्रिपाठी उस समय चर्चा में आए जब जिला योजना समिति की बैठक में उनकी बीजेपी के विधायक से ही तू तू मैं मैं हो गई और उन्होंने विधायक पर चप्पलों की बौछार कर दी थी। उस घटना के बाद बीजेपी पर विपक्षी दल हमलावर भी हुए और कहा कि ये तो अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली पार्टी का हाल है।
पीएम मोदी ने जताया दुःख
एक जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी के असामयिक निधन पर बृहस्पतिवार को शोक जताया और कहा कि उन्हें समाज की सेवा और गरीबों के लिए काम करना पसंद था।प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘शरद त्रिपाठी के असामयिक निधन ने मुझे और कई अन्य लोगों को दुखी कर दिया है। उन्हें समाज की सेवा करना और गरीबों के लिए काम करना पसंद था। संत कबीर दास के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए उन्होंने कई अनूठे काम किए। उनके परिजनों और समर्थकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’’
श्रदांजलि