पंजाब कांग्रेस ने राज्य के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का प्रमुख रणनीतिक सलाहकार नियुक्त किया है. पंजाब कांग्रेस का कहना है कि वह एआईसीसी के साथ पीसीसी समन्वयक के रूप में भी काम करेंगे. नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने लिए 4 सलाहकारों की नियुक्ति का ऐलान किया था.
इससे पहले मुस्तफा ने नवजोत सिंह सिद्धू का सलाहकार बनने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वह किसी भी सियासी पद पर काम नहीं कर सकते. इसी के साथ उन्होंने कहा था कि वह नवजोत सिंह सिद्धू के आभारी हैं कि उन्होंने उन्हें इस पद की पेशकश की. हालांकि अब उन्हें सिद्धू के प्रमुख रणनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त कर दिया गया है.
नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने दिया था विवादित बयान
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली का एक विवादित बयान सामने आया था. मालविंदर सिंह माली ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कश्मीर के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था कि कश्मीर-कश्मीर के लोगों का देश है. 1947 में इंडिया को छोड़ते समय हुए समझौते के अनुसार और यूएनओ के फैसले की उल्लंघन करते हुए कश्मीर देश के दो टुकड़े कर दिए गए, जिस पर पाकिस्तान और भारत ने कब्जा किया हुआ है.
मालविंदर सिंह माली ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की रोशनी से जगमग कश्मीर के लाल चौक की तस्वीर के साथ अपनी पोस्ट लिखी थी.पंजाब कांग्रेस पार्टी में जारी अंतर्कलह के बीच जुलाई में नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया. इसके साथ ही संगत सिंह, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल और कुलजीत सिंह नागरा को स्टेट वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया गया.
नवजोत सिंह सिद्धू ने जालंधर छावनी से विधायक परगट सिंह को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमिटी (PPCC) का महासचिव नियुक्त किया. सिद्धू के करीबी सहयोगी, सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य सरकार की कार्यशैली के मुखर आलोचक रहे हैं.