हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री रहे और कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का निधन हो गया है. लंबी बीमारी के बाद शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में बुधवार तड़के 3.40 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने उनके निधन की पुष्टि की है. फिलहाल, उनके पार्थिव शरीर को आईजीएमसी से उनके आवास हॉलीलॉज ले जाया जाएगा और वहां अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा.
जानकारी के अनुसार, सोमवार से वीरभद्र सिंह वेंटिलेटर पर थे. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही थी. वीरभद्र सिंह बीते 30 अप्रैल से शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में दाखिल थे. वहां उनका इलाज चल रहा था. इस दौरान उन्हें दूसरी बार कोरोना भी हो गया था. लेकिन उन्होंने कोरोना को मात दे दी थी. बाद में उन्हें कोविड वार्ड से शिफ्ट किया गया था. वेंटिलेटर पर जाने के बाद वह बेहोशी में थे.
छह बार सीएम रहे
वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे हैं. वीरभद्र सिंह यूपीए सरकार में भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रह चुके थे. उनके पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय रहा. इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी रह चुका है. वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ. वीरभद्र सिंह वर्ष 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998, फिर 2003 से 2007 और 2012 से 2017 में हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे. लोकसभा के लिए पहली बार 1962 में चुने गए. कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि मैं निशब्द हूं. इसके अलावा, प्रदेश के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है.