- भाजपा के साथ गठबंधन पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की स्थिति साफ
- कृषि कानून के रद्द होने के बाद साफ हो गया है गठबंधन का रास्ता
- भाजपा व अन्य सहयोगियों के साथ अगले चुनाव में जीत का किया दावा
- दिल्ली जाने पर पूर्व सीएम भाजपा शीर्ष नेतृत्व से करेंगे सीट बंटवारे पर चर्चा
चंडीगढ़
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा चुनाव 2022 में चुनावी जीत का दावा किया है। कांग्रेस से अलग होने के बाद उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया है। अब वे अगले चुनाव में पंजाब लोक कांग्रेस व सहयोगियों की सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। साथ ही, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब भारतीय जनता पार्टी के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने के भी संकेत दे दिए हैं। उन्होंने साफ किया कि भाजपा की थोड़ी सी मदद से वे अगली सरकार बनाएंगे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की पिछले दिनों चंडीगढ़ में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर ने इसे राजनीतिक मुलाकात मानने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह विशुद्ध रूप से एक शिष्टाचार मुलाकात थी। मैंने उनसे फोन पर कई बार बात की थी और उनसे कहा था कि जब भी वह फ्री होंगे मैं उनसे मिलूंगा। कोई पॉलिटिकल डेवलपमेंट नहीं है। मैंने मुख्यमंत्री के साथ एक अच्छी कप कॉफी पी।
दिल्ली में सीट बंटवारे पर होगी चर्चा
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर कहा कि जब भी वे दिल्ली जाएंगे, तो पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि हम अगले कुछ दिनों में चुनाव आयोग से पार्टी का चुनाव चिन्ह प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं। एक पार्टी को पंजीकृत करने में लगभग तीन सप्ताह लगते हैं, और तीन सप्ताह हो गए। सदस्यता अभियान करीब 10 दिन पहले शुरू हुआ था और अच्छा चल रहा है। लोग बहुत उत्साहित हैं।
गठबंधन पर की स्थिति साफ
अमरिंदर सिंह ने कहा कि जल्द ही हम अपने सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा शुरू कर देंगे। भाजपा और सुखदेव सिंह की शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के साथ मिलकर चुनाव लड़ने और अगली सरकार बनाने का उन्होंने ऐलान किया। पार्टी में कुछ प्रमुख नामों के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय की प्रतीक्षा करें
कृषि कानून थी बड़ी बाधा
अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा के साथ समझौते की सबसे बड़ी बाधा कृषि कानून थे। अब यह मामला दफन हो गया है। केंद्र सरकार ने तीनों विवादास्पद कानूनों को निरस्त कर दिया है और किसानों द्वारा उठाए गए छह-सात अन्य मुद्दों पर गौर करने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने अपनी प्राथमिक मांगों में से एक के बारे में कहा कि जब भारत सरकार ऐसा कहती है, तो पंजाब और हरियाणा दोनों ही किसानों के खिलाफ पुलिस मामले वापस लेने पर विचार करेंगे।
संसद से बिल पास होने पर दी बधाई
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने संसद से तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने वाला बिल पास होने पर किसानों को बधाई दी। ट्वीट कर उन्होंने कहा कि हमारे सभी किसानों को बधाई, क्योंकि केंद्र सरकार ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में तीन कृषि कानूनों को औपचारिक रूप से निरस्त कर दिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि सरकार हमारे किसानों की लंबित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। पत्नी और पटियाला की सांसद परनीत कौर को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने पर अमरिंदर ने कहा कि इसका जवाब उन्हें देना है।