रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी – थाना सिविल लाइन सिरसा !

parmodkumar

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पुलिस ने किया बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़, दो आरोपी काबू,
थाना सिविल लाइन सिरसा पुलिस ने एक संगठित गिरोह द्वारा
बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की
ठगी करने वाले मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया
है। आरोपी फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर, ट्रेनिंग लेटर व पहचान पत्र बनाकर
भोले-भाले युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे थे।
प्रबन्धक अफसर  थाना सिविल लाईन सिरसा  नि0 राधेश्याम ने
बताया कि इस  दिनांक 15.03.2024 को शिकायतकर्ता अंकुश पुत्र कर्म सिंह
निवासी वार्ड नं. 17, चतरगढ़पट्टी, जिला सिरसा की शिकायत के आधार पर थाना
सिविल लाइन सिरसा में अभियोग संख्या 87  दिनांक 15.03.2024 धारा 420,
467, 468, 471 व 120-B के तहत दर्ज किया गया।  शिकायत में अंकुश ने बताया
कि आरोपी जयबीर नागर, राजकुमार, कार्तिक, हर्ष, निशांत व निधि ने मिलकर
उसे रेलवे में ग्रुप-C की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और ₹6.50 लाख की
ठगी की। आरोपियों ने नकली दस्तावेज बनवाकर दिल्ली, सिरसा व जींद बुलाकर
नकद व बैंक खातों के माध्यम से रुपये हड़पे।
अब तक की अनुसन्धान में पुलिस ने आरोपी राजकुमार पुत्र
सोहन लाल वासी नजदीक गुरूववारा घुकावाली रोड पन्नीवाला मोटा जिला सिरसा
को दिनाक 30/03/2024 को गिरफ्तार किया जा चुका है ।  आरोपी जयबीर नागर
पुत्र सोहन लाल निवासी नजदीक गुरुद्वारा, घुकावाली रोड, पन्नीवाला मोटा,
को दिनांक 29.07.2025 को गिरफ्तार किया व आरोपी का तीन दिन पुलिस हिरासत
प्राप्त की गई  व न्यायिक हिरासत मे भेजा जा चुका है । सोनू पुत्र
ओमप्रकाश निवासी वार्ड नं. 4, गांव बड़वाला खुर्द, थाना ऐलनाबाद, जिला
सिरसा को दिनांक 31.07.2025 को  गिरफ्तार किया गया है। आरोपी सोनू के
कब्जे से ₹5000 की नकदी भी बरामद हुई है। उसने पूछताछ में सोनू ने खुलासा
किया कि उसके सामने जयबीर ने बलबीर सिंह उर्फ भुकन को ₹60,000 नगद दिए
थे। अन्य आरोपियो के ठिकानो पर दबिश जारी है । आरोपी सोनू को आज पेश
अदालत करके न्यायिक हिरासत मे भेजा जाएगा । आरोपी जयबीर नागर पुत्र सोहन
लाल निवासी नजदीक गुरुद्वारा, घुकावाली रोड, पन्नीवाला मोटा को कल पुलिस
हिरासत अवधि समाप्त होने पर पेश अदालत किया जाएगा ।
जिला पुलिस अधीक्षक सिरसा ने आमजन से अपील की है कि किसी भी प्रकार की
नौकरी दिलाने के बहकावे में न आएं और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी
तुरंत पुलिस को दें।