उत्तर प्रदेश के गरीब बच्चों को अब IAS-IPS बनने के लिए कोचिंग सेंटर्स की भारी-भरकम फीस नहीं भरनी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ की शुरुआत की। इसके तहत प्रदेश के 18 मंडलों में अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोले गए हैं। वहीं, क्लासेस की शुरुआत वसंत पंचमी यानी मंगलवार से होगी। यह कक्षाएं फिजिकल और वर्चुअल दोनों मोड में होंगी। ऑफलाइन मोड में कोचिंग के लिए टेस्ट के जरिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 50 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स का सिलेक्शन किया गया है। जिसके लिए क्लासेस 16 फरवरी यानी आज से शुरू होंगी। जबकि ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस के लिए रजिस्ट्रेशन अब भी जारी है। इस योजना के तहत UPSC, UPPSC, समेत अन्य संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षाएं जैसे JEE, NEET, NDA, CDS, SSC, TET, अर्धसैनिक, केंद्रीय पुलिस बल, बैंकिंग, बीएड समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं की तैयारी कराई जाएगी। इतना ही नहीं संघ लोक सेवा आयोग, यूपी लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षाएं और इंटरव्यू की भी तैयारी कराई जाएगी। योजना के बेहतर क्रियान्वन के लिए 6 सदस्यीय राज्य स्तरीय समिति का भी गठन किया गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि योजना के तहत सिलेक्ट हुए कैंडिडेट्स को तीन पार्ट में मदद मिलेगी। पहले रजिस्ट्रेशन के बाद परीक्षा के जरिए चयनित हुए कैंडिडेट्स को क्लास रूम में पढ़ने की व्यवस्था दी जाएगी। दूसरा प्रतिभागी ऑनलाइन क्लास भी अटेंड कर पाएंगे और तीसरे पार्ट के तहत स्टूडेंट्स को स्टडी मटेरियल सेंटर्स से उपलब्ध होंगे। राज्य सरकार ने प्रदेश के 71वें स्थापना दिवस के मौके पर आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स के लिए इस योजना शुरुआत की गई है। इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले कैंडिडेट्स को कार्यरत आईएएस, आईपीएस भारतीय वन सेवा, पीसीएस, पीपीएस सहित अन्य अधिकारियों के जरिए मार्गदर्शन मिलेगा। इसके अलावा रिटायर्ड अधिकारी और सब्जेक्ट एक्सपर्ट भी इन स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे।