MCD सदन में नए सिरे से वोटिंग शुरू, स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का हो रहा चुनाव

Parmod Kumar

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दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव (MCD Standing Committee Election) कराने के लिए आज एक बार फिर सदन की बैठक शुरू हो गई है। सदन की कार्यवाही 10 बजे शुरू हुई और एक बार फिर से हंगामा होने लगा। एमसीडी सदन की कार्यवाही स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव को लेकर हंगामे और नारेबाजी के कारण गुरुवार को दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी। भाजपा ने स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए नए सिरे से मतदान कराने की मांग की है।

एमसीडी सदन में बुधवार रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के कई सदस्यों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट की थी और प्लास्टिक की बोतलें फेंकी थीं। इसी दिन ‘आप’ की शैली ओबरॉय को दिल्ली की नई महापौर चुना गया था।

भाजपा ने एमसीडी स्थायी समिति चुनाव में लगाया गड़बड़ी का आरोप

भाजपा ने स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव में ‘आप’ पर अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाते हुए नए सिरे से मतदान कराने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि भाजपा पार्षदों की आपत्ति के बावजूद, ‘आप’ की नव-निर्वाचित मेयर शैली ओबरॉय ने मतदान के दौरान सदस्यों को मतदान क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति दी। उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर ने ‘आप’ पार्षदों की ‘क्रॉस वोटिंग’ पर नजर रखने के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल की अनुमति दी।

एमसीडी सचिव ने की स्थायी समिति के लिए नए सिरे से मतदान की सिफारिश

वहीं, एमसीडी के सचिव ने स्थायी समिति का चुनाव फिर से कराने की सिफारिश की है। उन्होंने दावा किया कि पार्षदों को मतदान के दौरान मोबाइल फोन साथ रखने की मेयर से मिली अनुमति के बीच चुनाव प्रक्रिया की शुचिता को ‘बुरी तरह से भंग’ किया गया। मेयर शैली ओबरॉय और आयुक्त ज्ञानेश भारती को सौंपी रिपोर्ट में एमसीडी सचिव ने कहा है कि स्थायी समिति के छह सदस्यों को चुनने के लिए पर्याप्त संख्या में मतपत्र नहीं थे और यह अहम है कि मतदान दोबारा कराया जाए। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि केवल 245 मतपत्र ही थे जबकि प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कम से कम 250 मतपत्रों की जरूरत थी। नए मतपत्र छपवाने के लिए समय की मांग करते हुए रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि पांरपरिक तौर पर 300 मतपत्रों के साथ चुनाव कराया जाता है क्योंकि संभावना रहती है कि कुछ मतपत्र क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि बुधवार को स्थायी समिति के चुनाव के दौरान कुल 55 मतपत्र जारी किए गए, यह तय नहीं है कि कितने पार्षदों ने अपना  मतपत्र  मतपेटी में डाला।