घरों में कॉकरोच का आतंक बढ़ना एक आम समस्या है। ये न केवल घर को गंदा करते हैं, बल्कि कई तरह की बीमारियों को फैलाने का कारण भी बनते हैं। बाजार में मिलने वाले महंगे और केमिकल वाले स्प्रे का उपयोग कई बार सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकता है। ऐसे में, योग गुरु कैलाश ने कॉकरोच से निजात पाने का एक बेहद आसान और पूरी तरह से घरेलू नुस्खा बताया है।
अच्छी बात है कि उनका घरेलू नुस्खा तैयार करना बहुत ही आसान है और पर्यावरण के अनुकूल भी है। यह प्राकृतिक स्प्रे कॉकरोचों को तुरंत खत्म नहीं करता, बल्कि उनकी महक को नापसंद होने के कारण उन्हें घर से दूर भगाता है। इस नुस्खे को आजमाने के लिए जरूरी चीजें आपको घर में ही मिल जाएंगी तो कुछ खरीदना भी नहीं पड़ेगा।
कॉकरोच भगाने वाले प्राकृतिक घोल को बनाने के लिए एक चम्मच लौंग, विनेगर, करी पत्ता, शहद और एक दाल चीनी का टुकड़ा डालें। लौंग और करी पत्ते की तीखी खुशबू कॉकरोच को पसंद नहीं होती, जबकि विनेगर एक प्राकृतिक क्लीनर और कीटाणुनाशक का काम करता है। जबकि शहद से मिश्रण को गाढ़ापन मिलता है और कॉकरोच अट्रैक्ट भी होते हैं।
योग गुरु कैलाश की ट्रिक के मुताबिक सभी सामग्रियों को एक गिलास पानी में डालने के बाद ग्राइंड करना है। ग्राइंड करने से लौंग और करी पत्ते का तेल और उनकी तीखी महक पानी में पूरी तरह से घुल जाती है। सुनिश्चित होता है कि मिश्रण कीटाणुओं को दूर भगाने और कॉकरोचों को असहज करने में असर करेगा। ग्राइंड करने से महीन घोल बन जाता है, जिसे स्प्रे बोतल में आसानी से भरा जा सकता है।
मिश्रण को एक महीन कपड़े या छन्नी से छानना जरूरी है, ताकि बड़े कण अलग हो जाएं। इसके बाद, इस छाने हुए घोल को एक स्प्रे बोतल में भर लें। इस्तेमाल के लिए स्प्रे बोतल सुविधाजनक होती है, क्योंकि यह आपको घर के कोनों-कोनों और दरारों में घोल को आसानी से छिड़कने में मदद करती है, यहां कॉकरोच छिपते हैं।
इस प्राकृतिक स्प्रे का उपयोग घर के उन सभी कोनों और हिस्सों में करना है, जहां कॉकरोचों का आना-जाना सबसे अधिक होता है। जैसे कि रसोई के सिंक के नीचे की जगह, फ्रिज के पीछे और नीचे, कचरे के डिब्बे के आस-पास, किचन की अलमारियों के कोने, बाथरूम और नाली के पास की जगहें इसके अलावा अंधेरे और नमी वाले कोने और दरारों में।
इस घरेलू नुस्खे का सबसे अच्छा परिणाम पाने के लिए, इसका इस्तेमाल केवल एक बार नहीं, बल्कि नियमित रूप से करना चाहिए। शुरुआती दिनों में, आप इसका छिड़काव रोजाना कर सकते हैं, खासकर शाम के समय जब कॉकरोच सबसे ज्यादा एक्टिव होते हैं कॉकरोच चले जाएं तो सप्ताह में दो-तीन बार इस्तेमाल कर सकते हैं। ताकि दोबारा नहीं आएं।














































